नई दिल्ली: इस त्योहारी सीजन में भारतीय हैचबैक कारों को खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे हैं, जिसका मुख्य कारण बजट में गिरावट है. ओएलएक्स ऑटोस इंडिया स्टडी के अनुसार 61% कार खरीदार इस त्योहारी सीजन में एक प्री ओन्ड कार खरीदना चाहते हैं, जबकि 56% लोग हैचबैक कार खरीदना चाहते हैं. ओएलएक्स ने अगस्त-अक्टूबर 2020 के दौरान 5800 कार खरीदारों और विक्रेताओं के साथ यह सर्वे किया.


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सर्वे के मुताबिक अगले 3-6 महीनों में 61% लोग कार खरीदन के इच्छुक हैं जबकि 15% लोग अपनी मौजूदा कारों को बेचने में रुचि रखते हैं.


इस सर्वे में हिस्सा लेने वाले लोगों में 51% सैलरीड क्लास थे जबकि 40% सेल्फ एम्प्लॉयड. कामकाजी आबादी के साथ आर्थिक अनिश्चितता के कारण प्री ओन्ड कारों के लिए प्राथमिकता में बदलाव आया है. 56% लोग हैचबैक कार खरीदना पसंद करेंगे जबकि 44% ने कहा कि वह बड़ी कार खरीदने में रुचि रखते हैं. 17% लोग सेडान खरीदना पसंद करेंगे और 11% लोग SUV खरीदने का मन बना रहे हैं. 


कोरोना काल में बिगड़ा बजट
63% लोगों के पास कार खरिदने के लिए केवल 3 लाख रुपये तक का बजट है, जबकि केवल 30% अपनी जरूरतों के हिसाब से कार खरीदने के लिए 3 लाख से अधिक खर्च करने को तैयार हैं. 67% अपने परिवार के साथ घूमने के लिए यूज्ड कार खरीदेंगे जबकि 22% लोग ऑफिस यूज के लिए प्री ओन्ड कार खरीदना पसंद करेंगे.


वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए कार बेच रहे लोग
सर्वे में पता चला कि 15% लोग अपनी मौजूदा कारों को बेचना चाहते हैं जबकि 53% अपनी कारों को अपग्रेड करने या दूसरी कार खरीदने का मन बना रहे हैं. 23% लोग अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए ऐसा करने की योजना बना रहे हैं. 


सेकेंड हैंड कार की डिमांड
ओएलएक्स ऑटो इंडिया के प्रमुख अमित कुमार का कहना है कि कोरोना काल में कहीं लोगों को नौकरी से निकाला गया तो कहीं लोगों की सैलरी काटी गई ऐसे में त्योहारी सीजन में लोग कार तो खरीदना चाहते हैं लेकिन उनका बजट बिगड़ा हुआ है. ऐसे में लोग नई की बजाय सेकेंड हैंड कार खरीदने का मन बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व स्वामित्व वाली कारों की मांग में 133% की वृद्धि हुई है.'


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