DGCA Action on Airlines: भारतीय विमानन कंपनियों के विमानों में पिछले कुछ दिनों में लगातार आ रही तकनीकी गड़बड़ियों को देखते हुए नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) सख्त नजर आ रहा है और विमानन कंपनियों से 10 दिनों में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. एविएशन सेफ्टी रेग्युलेटर डीजीसीए ने स्पॉट चेकिंग की तो विमानों में कई कमियां नजर आईं. बता दें कि पिछले 1 महीने में स्पाइसजेट के 8 विमानों में खराबी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. इसके अलावा इंडिगो की फ्लाइट में भी खराबी आ चुकी है, जिसके बाद इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी.


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डीजीसीए ने दिए सख्त निर्देश


नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के अफसरों को स्पॉट चेकिंग के दौरान कई फ्लाइट्स में कमियां नजर आने के बाद एजेंसी ने नए निर्देश जारी किए हैं और कहा है कि हर फ्लाइट से पहले तय नियमों का पालन करना होगा. डीजीसीए ने कहा है कि किसी भी एयरलाइंस के विमान को बेस या एयरपोर्ट से तभी उड़ान भरने की इजाजत दी जानी चाहिए, जब उस संस्था लाइसेंस प्राप्त स्टाफ ने उसकी सुरक्षा को लेकर मंजूरी दे दी हो.


डीजीसीए ने 28 जुलाई तक दिया समय


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, डीजीसीए (DGCA) ने सख्त कदम उठाते हुए विमानन कंपनियों को 10 दिनों का समय दिया है और कहा है कि उसके आदेश का पालन 28 जुलाई तक शुरू कर दिया जाए. बता दें कि डीजीसीए के अधिकारियों के स्पॉट चेकिंग के दौरान फ्लाइट्स में न्यूनतम उपकरणों की कमी और कई जगहों पर फ्लाइट के उड़ान भरने से पहले इनकी सुरक्षा मंजूरी देने वाले स्टाफ में कमी देखी गई है.


सुरक्षा मुद्दों पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की अहम बैठक


इससे पहले नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय विमानन कंपनियों के विमानों में तकनीकी गड़बड़ी की कई घटनाओं के मद्देनजर रविवार को अपने मंत्रालय और डीजीसीए (DGCA) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा मुद्दों पर बैठक की थी. बैठक के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अधिकारियों से पिछले एक महीने में विमानों में आई तकनीकी खराबी की विस्तृत जानकारी ली और उनसे कहा कि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए.


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