Protect Aircraft from Bird Collision: देशभर में पिछले कई ऐसे मामले आ चुके जब पक्षियों के टक्कर से विमानो के बड़ी खामियां देखने को मिली हैं. जिसके वजह से कई बड़ी दुर्घटनाएं होते होते बची है. अब नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) इस मामले को लेकर काफी गंभीर दिख रहा है. इसी क्रम में  DGCA ने  कुछ विशेष दिशा निर्देश जारी किए हैं.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या हैं DGCA के दिशानिर्देश 


DGCA ने हवाईअड्डा संचालकों से कहा है कि सबसे पहले हवाईअड्डा संचालक वन्यजीव जोखिम प्रबंधन कार्यक्रम की एकबार फिर से समीक्षा करें और फिर उनकी कमियों का आकलन करके उसके सुधार पर काम करें. इसके साथ ही नियमित गश्त करने को भी करें. DGCA ने कहा है कि इन सभी दिशानिर्देश का पालन सख्ती के साथ किया जाना चाहिए और किसी भी हवाईअड्डे में या उसके आसपास के क्षेत्र में इस दिशानिर्देश पर सख्ती से अमल करना होगा.


पायलटों को करना होगा सूचित


देशभर में हवाईअड्डों पर पक्षियों और अन्य जीवों के विमानों से टकराने की घटनाएं रोकने के लिए DGCA ने शनिवार को जारी दिशानिर्देश में कहा कि नियमित गश्त करने के साथ ही पायलटों को वन्यजीव गतिविधि से जुड़ी सूचना भी देनी होगी. डीजीसीए ने इस सम्बन्ध में शनिवार को एक आदेश भी जारी किया और हवाईअड्डा संचालकों से वन्यजीव जोखिम का आकलन करने को भी कहा है. 


पहले भी हुई हैं कई घटनाएं


पक्षियों का विमानों से टकराना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. पिछले कुछ समय में इस तरह की कई घटनाएं सामने आई हैं. 4 अगस्त को एक ऐसी ही घटना हुई जब गोफर्स्ट एयरलाइन के विमान ने चंडीगढ़ के लिए उड़ान भरी पर एक पक्षी के विमान से टकराने के बाद उसे वापस अहमदाबाद हवाईअड्डे पर लौटना पड़ा. 19 जून को पटना से दिल्ली के लिए उड़ान के दौरान एक जहाज में आग लग गई फिर कुछ मिनटों बाद आनन-फानन में जहाज की आपातकाल लैंडिग करानी पड़ी. आपको बता दें कि इस दौरान जहाज में 184 यात्री सवार थें. जांच में पाया गया कि विमान से किसी पक्षी के टकराने से इंजन में खराबी आ गयी थी, जिससे उड़ान के वक्त जहाज में आग लग गई.


(इनपुट: एजेंसी)


ये स्टोरी आपने पढ़ी देश की नम्बर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर