Investment in Gold: सोने की कीमत जैसे-जैसे बढ़ रही है तो दो विचार सामने आते हैं, जिनके पास सोना है वो खुश है कि महंगा हो रहा है लेकिन जिन्हें सोना खरीदना है वो गमगीन हैं कि खरीदें कैसे. लेकिन दीवाली है तो लोग खरीदते भी हैं. भले ही जेब पर बोझ ज्यादा पड़े. अब अगर आप सोना खरीदने जा रहे है तो पहले जान लीजिए सोने की रिकॉर्ड कीमत के बारे में.


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आज 10 ग्राम सोने की कीमत 79621 रुपये है. यानि किसी को एक किलो सोना लेना होगा तो उसे करीब 80 लाख रुपये खर्च करने होंगे. बीते 10 सालों में सोना 200 फीसदी से ज्यादा महंगा हो चुका है. अब सवाल ये कि सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर है तो क्या अभी सोना खरीदना चाहिए. चलिए समझते हैं.


कितनी बढ़ी सोने की कीमतें


2015 में 10 ग्राम सोने की कीमत 25380 थी, जो 2016 में 30 हजार रुपये हो गई. 2017 में ये 30850 रुपये हुई. 2019 में करीब 40 हजार रुपये हो गई. 2020 जब कोरोना आया तब भी सोना महंगा ही रहा और कीमत हो गई 52 हजार के पार हो गई. 2022 में कीमत बढ़कर 51 हजार के ऊपर गया. 2023 में ये 61 हजार के पार हो गया और इस साल रिकॉर्ड 80 हजार के करीब पहुंच चुका है.


यानी 10 सालों में 25 हजार वाला सोना 80 हजार का हो चुका है. सोना निवेश का एक बेहतर विकल्प भी है और भारत में त्योहारों पर सोना खरीदना शुभ भी माना जाता है इसलिए सोना सस्ता हो या महंगा, मांग बनी रहती है.


इंग्लैंड से भारत वापस लाया 102 टन सोना


दूसरी ओर, धनतेरस के मौके पर RBI ने बताया कि सीक्रेट मिशन के जरिए ब्रिटेन के बैंक ऑफ इंग्लैंड से 102 टन सोना भारत ले आया है. सितंबर 2022 के बाद से कुल 214 टन सोना देश में लाया जा चुका है. सितंबर के अंत तक, RBI के पास कुल 855 टन सोना था, जिसमें से 510.5 टन भारत के भीतर सुरक्षित रखा गया था.


अब ये क्यों किया जा रहा है, क्यों इतना सोना देश में लाया जा रहा है, उसके पीछे वजह है. कुछ सालों से दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में हो रहे युद्ध, जिनकी वजह से सोना को बाहर रखना सुरक्षित नहीं है और इसलिए RBI विदेशी बैंकों में रखे सोने को वापस ला रहा है. एक दौर था जब 90 के दशक में अर्थव्यवस्था बचाने के लिए तब की सरकार ने देश का सोना गिरवी रखा था और अब एक ये दौर है जब भारत लगातार सोना देश में लेकर आ रहा है.