Muhurat trading 2024: शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए आज दिवाली मनेगी. 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को दिवाली को लेकर कंफ्यूजन रहा. शेयर बाजार में दिवाली के लिए शुरू में ही 1 नवंबर की डेट तय हो गई.  31 अक्टूबर को बीएसई और एनएसई खुले रहे, दोनों शेयर बाजारों में सामान्य दिनों की तरह कारोबार हुआ. इसके साथ ही संवत 2080 (Samvat 2080) का आखिरी ट्रेडिंग सेशन खत्म हो गया.  वहीं 1 नवंबर को बाजार की शुभ शुरुआत के लिए मुहुर्त ट्रेडिंग होगी. 


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शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग आज  


शेयर बाजार की 68 साल पुरानी एक परंपरा हैं, जो सालों से चली आ रही है. हर साल दिवाली पर शेयर बाजार बंद रहता है लेकिन शाम के वक्त कुछ घंटों के लिए बाजार खोला जाता है. सेंसेक्स और निफ्टी एक घंटे के लिए स्पेशली खोले जाते हैं. बाजार की छुट्टी रहते हुए भी शाम के वक्त सिर्फ एक घंटे के लिए स्पेशली बाजार खोला जाता है.  स्पेशल ट्रेडिंग सेशन को मुहुर्त ट्रेडिंग कहते हैं.


क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग की टाइमिंग  


बीएसई और एनएसई में मुहूर्त कारोबार (Diwali Puja Muhurat 2024) आज होगा. इसके लिए शाम 6 बजे से शाम 7 बजे तक एक घंटे का समय तय किया गया है.  मुहूर्त ट्रेडिंग पर प्री-ओपनिंग सेशन शाम 5.45 बजे से शाम 6 बजे तक होगा.  स्टॉक एक्सचेंज BSE और NSE ने मुहुर्त ट्रेडिंग के लिए  1 नवंबर को शाम 6 बजे से शाम 7 बजे तक एक घंटे का स्पेशल टाइम तय किया है.  दरअसल माना जाता है कि 'मुहूर्त' या शुभ घंटे के दौरान ट्रेडिंग करने से निवेशकों को समृद्धि मिलती है.  


क्यों खास है मुहूर्त ट्रेडिंग 


हिंदू कैलेंडर वर्ष के अनुसार, मुहुर्त ट्रेडिंग को नए संवत 2081 की शुरुआत के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है. इसे शुभ मुहुर्त मानते हैं.  शेयर बाजार के इन्वेस्टर्स इस दिन को निवेश की शुरुआत के लिए बेहद खास मानते हैं. माना जाता है कि मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान कई लोग अपने इन्वेस्टमेंट की शुरुआत करते हैं. लोग इस दौरान शेयर खरीदना शुभ मानते हैं. लोग मानते हैं कि इस शुभ मौके पर  ट्रेडिंग करने वाले लोगों के पास पूरे साल धन कमाने और समृद्धि प्राप्त करने का बेहतर मौका होता है.  


मुहूर्त ट्रेडिंग का इतिहास  


मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत साल 1957 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज से शुरू हुई थी. फिर बाद में साल 1992 में इसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में भी मनाया जाने लगा. शुरुआत में जब ऑनलाइन ट्रेडिंग नहीं होती थी तब ट्रेडर्स, ब्रोकर्स मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए BSE में इकट्ठा होते थे.