Byju की बढ़ सकती है मुश्किल! 9000 करोड़ के नोटिस पर कहा-ED से कुछ नहीं मिला
कंपनी ने विदेशी मुद्रा विनिमय कानून के तहत 9,000 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी के बारे में मीडिया में आई खबरों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. बयान में कहा, वह बायजू के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून के प्रावधानों के कथित उल्लंघन को लेकर मीडिया में आई रिपोर्ट को स्पष्ट तौर पर खारिज करती है.
Byju News: एजुकेशन सेक्टर की प्रमुख डिजिटल कंपनी बायजू और उसके फाउंडर और सीईओ रवीन्द्र बायजू की मुश्किल दिन पर दिन बढ़ रही हैं. उनके खिलाफ विदेशी मुद्रा विनिमय कानून (FEMA) के प्रावधानों के कथित उल्लंघन मामले में ईडी की जांच अंतिम चरण में है. सूत्रों की तरफ से इस बारे में जानकारी दी गई. ईडी ने फेमा (FEMA) के प्रावधानों के तहत अप्रैल में दो कंपनियों और एक आवासीय परिसर की तलाशी ली थी. इसमें बायजू की पंजीकृत कंपनी - थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल थी.
कारण बताओ नोटिस दिया जा सकता है
सूत्रों ने बताया कि बायजू के खिलाफ जांच तभी से जारी है. इस मामले में जल्द ही कंपनी को कारण बताओ नोटिस दिया जा सकता है. कंपनी ने विदेशी मुद्रा विनिमय कानून के तहत 9,000 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी के बारे में मीडिया में आई खबरों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उसने बयान में कहा, ‘वह बायजू के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून के प्रावधानों के कथित उल्लंघन को लेकर मीडिया में आई रिपोर्ट को स्पष्ट तौर पर खारिज करती है.’
विभिन्न शिकायतों के आधार पर तलाशी ली गई
बायजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि उसे ईडी से अबतक कोई नोटिस नहीं मिला है. ईडी ने अप्रैल में दावा किया था कि उसने कई संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल आंकड़े जब्त किये हैं. इसमें आरोप लगाया गया था कि कंपनी (थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड) ने वित्त वर्ष 2020-21 से अपने वित्तीय विवरण तैयार नहीं किये हैं और खातों का ऑडिट नहीं कराया है, जो अनिवार्य है. ईडी ने कहा कि निजी लोगों से प्राप्त ‘विभिन्न शिकायतों’ के आधार पर तलाशी ली गई. उसने आरोप लगाया कि रवींद्रन बायजू को ‘कई’ समन जारी किये गये थे, लेकिन वह ईडी के सामने कभी पेश नहीं हुए.’
खोज से पता चला कि कंपनी को 2011-2023 के दौरान लगभग 28,000 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्राप्त हुआ. जांच एजेंसी ने कहा, ‘कंपनी ने इसी अवधि के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के नाम पर विदेशों में लगभग 9,754 करोड़ रुपये भेजे.' ईडी ने आरोप लगाया, 'कंपनी ने एड और मार्केटिंग खर्च के नाम पर करीब 944 करोड़ रुपये दिखाये हैं, जिसमें विदेशी न्यायिक क्षेत्र को भेजी गई राशि भी शामिल है.' रवींद्रन बायजू ने अपनी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ के साथ ई-लर्निंग कंपनी की स्थापना की थी. (भाषा)