ED on Paytm: क्या विजय शेखर शर्मा ने गलत तरीके अपनाकर खड़ा किया अरबों का कारोबार? Paytm की कुंडली खंगाल रही ईडी
RBI instructions on Paytm: क्या पेटीएम वाले विजय शेखर शर्मा ने गलत तरीके से विदेशी निवेश करवाकर अरबों का कारोबार खड़ा किया है? इस बड़े सवाल का ईडी लगातार जवाब तलाश करने की कोशिश कर रही है.
ED Investigation on Paytm: ED विदेशी निवेश मामले में PayTM यानी One97Communication की FEMA कानून के तहत जांच कर रही है. ये जांच साल 2021 से की जा रही है, जब पहली बार RBI ने PayTM के काम करने के तरीके पर सवाल उठाया था.
दरअसल इस मामले में की शुरूआत साल 2018 में ही हो गयी थी, जब जून 2018 में RBI ने पहली बार PayTM के काम काज के तरीके पर सवाल उठाया था. इसमें PAN-KYC को लेकर सवाल उठाए गए थे, जिसमें लोगों के बैंक खातों की ठीक से छानबीन नहीं की गयी थी और एक ही PAN पर हजारों की तादाद में PayTM ने बैंक खाते खोल दिए थे.
सवालों के घेरे में PayTM की कार्यप्रणाली
RBI ने 23 मई 2017 को ही PayTM को PPBL यानी PayTM Payment Bank Ltd की मंजूरी दी थी लेकिन साल भर के अंदर की PayTM की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई.
इसी के बाद मार्च 2022 में RBI ने PayTM बैंक को नए ग्राहक बनाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी और साथ ही IT Audit Firm को नियुक्त करने के लिए कहा था ताकि वो कंपनी के ITSystem की पूरी ऑडिट रिपोर्ट तैयार कर सके. RBI ने नए ग्राहकों की मंजूरी इस रिपोर्ट के आने के बाद देने के लिये कहा था, अगर रिपोर्ट सही आती है.
'15 मार्च तक बकाया भुगतान करें सेटल'
हालांकि इसी साल जनवरी 2024 में RBI ने इस रिपोर्ट के आधार पर PPBL यानी PayTM Payments Bank Ltd के कामकाज पर रोक लगा दी थी. इसके साथ ही 15 मार्च तक सभी खातों के बकाया भुगतान और वॉलेट में जमा पैसों को सेटल करने का आदेश भी दिया गया था.
'अधिकतर फाइनेंशियल ऑपरेशन करें बंद'
बता दें कि इससे पहले आरबीआई ने Paytm को जारी निर्देशों में उसकी एक शाखा और Paytm पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी तक अपने डिजिटल वॉलेट, जमा, क्रेडिट कार्ड समेत अधिकतर फाइनेंशियल ऑपरेशन बंद करने का निर्देश दिया है. कंपनी को यह भी कहा गया है कि वह उनके बैंक या वॉलेट खातों से कोई विदेशी ट्रांसफर नहीं किया जा सकता.