Investment Tips: फाइनेंशियली मजबूत हर कोई शख्स होना चाहता है लेकिन बहुत कम लोग फाइनेंशियली मजबूत होने की तरफ कदम बढ़ा पाते हैं. लोग अक्सर इसके लिए अपनी किस्मत का रोना ही रोते रहते हैं. लोग अक्सर 30 साल के बाद फाइनेंशियली मजबूत होने की तरफ कदम बढ़ाते हैं लेकिन लोगों को कुछ काम 30 की उम्र से पहले ही कर लेने चाहिए, इससे आने वाले सालों में काफी मदद भी मिलती है. लोगों को 30 साल की उम्र आने से पहले ही कुछ वित्तीय कदम उठा लेने चाहिए, जिससे वो फाइनेंशियली मजबूत होने की तरफ बढ़ सकते हैं और बेहतर रिटायरमेंट का प्लान कर सकते हैं. आइए जानते हैं उन गलतियों के बारे में जो अक्सर लोग 30 साल की उम्र में करते हैं...


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

SIP शुरू नहीं करना
एसआईपी आपके निवेश को कम समय में दोगुना या तिगुना करने का प्रभावी तरीका है. यह एक ऐसा निवेश है जिसकी शुरुआत व्यक्ति जब कमाना शुरू करे तब या फिर 25 साल की उम्र से हो जानी चाहिए. एसआईपी जितनी जल्दी शुरू की जाए और समय के साथ उसे बनाए रखा जाए तो इसके परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण बचत हो सकती है.


पीपीएफ खाता नहीं होना 
पीपीएफ खाता एक सार्वजनिक भविष्य निधि खाता है जो आपको कम जोखिम और टैक्स बेनेफिट्स के साथ समय के साथ निश्चित ब्याज का भुगतान करता है. पीपीएफ खाते की ब्याज दर 7 से 8 प्रतिशत के बीच होती है और इसे सालाना समायोजित किया जाता है. इसके अलावा, आप अपने पीपीएफ खाते पर पूर्ण कर लाभ प्राप्त करते हैं, जिसका अर्थ है कि आपका निवेश, ब्याज और परिपक्वता पर प्राप्त एकमुश्त सभी कर-मुक्त हैं. कोई भी भारतीय व्यक्ति किसी भी बैंक या डाकघर में पीपीएफ खाता खोल सकता है. पीपीएफ खाते में 15 साल की परिपक्वता अवधि होती है, फिर भी आप अपनी जमा राशि पर ब्याज प्राप्त करते हुए इसे पांच साल के अंतराल के लिए बढ़ा सकते हैं.


टर्म इंश्योरेंस नहीं होना
टर्म इंश्योरेंस एक प्रकार का जीवन बीमा है. इसके तहत बीमित व्यक्ति की मृत्यु के बाद उनके नॉमिनी को भुगतान किया जाता है. कम उम्र में टर्म इंश्योरेंस खरीदने का फायदा यह है कि आप कम प्रीमियम पर बड़ी मात्रा में कवरेज प्राप्त कर सकते हैं. आप टर्म इंश्योरेंस खरीदने के लिए जितना लंबा इंतजार करेंगे, आपकी उम्र और स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर प्रीमियम उतना ही अधिक होगा.


हेल्थ इंश्योरेंस न होना 
हेल्थ इंश्योरेंस से मेडिकल खर्चों की भरपाई की जा सकती है. गंभीर मेडिकल स्थिति में अस्पताल का खर्च हेल्थ इंश्योरेंस से निकाला जा सकता है. 30 की उम्र से पहले ही हेल्थ इंश्योरेंस लेना एक शानदार कदम होगा.


बचत करना लेकिन निवेश नहीं करना 
बहुत से युवा निवेश और बचत को एक ही बात मानते हैं. हालांकि दोनों चीजें अलग-अलग है. यदि आप केवल बैंक खाते में बचत करते हैं, तो आप प्रति वर्ष अधिकतम 4% उस पर रिटर्न कमा सकते हैं, जो कि महंगाई से निपटने के लिए काफी नहीं है. इसलिए आपकी बचत का मूल्य समय के साथ घटेगा. ऐसे में अपनी कमाई को निवेश करना चाहिए, निवेश करने से महंगाई को मात देने और अच्छा रिटर्न हासिल करने में मदद मिलेगी.



ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर