RBI के पास जाने वाला है ये बैंक, इस बात के लिए करेगा आवेदन
Fino Payments Bank एक रेमिटेंस सेवा प्रदाता यानी धन प्रेषण कंपनी है. इसने रिजर्व बैंक से लाइसेंस मिलने के बाद अपने अधिकांश फिनो मनी मार्ट आउटलेट को बैंक शाखाओं में बदल दिया है. इसके अलावा फिनो इस क्षेत्र की एकमात्र ऋणदाता है जिसके शेयरों का एक्सचेंज में कारोबार होता है.
Banking Sector: देश में बैंकिंग सेक्टर का अहम रोल है. बैंकिंग सेक्टर देश में अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए काफी कारगर साबित होता है. इस बीच फिनो पेमेंट्स बैंक अपने परिचालन के पांच साल पूरे करने के बाद अब एक लघु वित्त बैंक बनने का इच्छुक है. कंपनी के प्रबंध निदेशक ऋषि गुप्ता ने यह बात कही है. नवी मुंबई की कंपनी फिनो पेटेक की अनुषंगी फिनो पेमेंट्स बैंक को भारत पेट्रोलियम, आईसीआईसीआई ग्रुप, ब्लैकस्टोन, आईएफसी, इन्टेल और एलआईसी जैसे प्रमुख निवेशकों का समर्थन प्राप्त है.
शेयर एक्सचेंज में कारोबार
कंपनी ने जुलाई 2017 में 410 शाखाओं के साथ परिचालन शुरू किया था. यह एयरटेल पेमेंट्स बैंक, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक और पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बाद चौथा भुगतान बैंक है. फिनो एक रेमिटेंस सेवा प्रदाता यानी धन प्रेषण कंपनी है. इसने रिजर्व बैंक से लाइसेंस मिलने के बाद अपने अधिकांश फिनो मनी मार्ट आउटलेट को बैंक शाखाओं में बदल दिया है. इसके अलावा फिनो इस क्षेत्र की एकमात्र ऋणदाता है जिसके शेयरों का एक्सचेंज में कारोबार होता है.
स्मॉल फाइनेंस बैंक
गुप्ता ने कहा, ‘‘हमने परिचालन के पांच साल पूरे कर लिए हैं. नियामकीय और अनुपालन के नजरिये से हम अब स्मॉल फाइनेंस बैंक बनने के पात्र हैं. हमारा निदेशक मंडल भी यह बदलाव चाहता है. हम जल्द इस बारे में रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पास आवेदन करने जा रहे हैं.’’ यह पूछे जाने पर कि कंपनी लघु वित्त बैंक के बजाय पूर्ण सेवा बैंक बनने का प्रयास क्यों नहीं कर रही है, गुप्ता ने कहा, हमारी कंपनी पूंजी और क्षमता के दृष्टिकोण से पूर्ण सेवा वाणिज्यिक बैंक में बदलाव के लिए बहुत छोटी है..
डिजिटल परिसंपत्तियों
उन्होंने कहा कि जब तक हम ऐसा नहीं होता है, बैंक डिजिटल परिसंपत्तियों के निर्माण और डिजिटल पेशकश को मजबूत करने के लिए फिनो 2.0 पहल के तहत वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र के साथ गठजोड़ पर ध्यान केंद्रित करके कारोबार को आगे बढ़ाएगा.