RBI ने किया बड़ा ऐलान, एक दशक में पहली बार हुआ कुछ ऐसा, घट गई ये चीज
RBI Update: आरबीआई ने बताया कि देश में सकल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) बीते वित्त वर्ष 2022-23 में 16.3 प्रतिशत घटकर 71 अरब डॉलर रहा. एक दशक में यह पहली बार है जब किसी वित्त वर्ष में एफडीआई प्रवाह घटा है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार, इसके पीछे वैश्विक अर्थव्यवस्था में नरमी मुख्य कारण रहा.
FDI Investment: देश में इंवेस्टमेंट काफी हो रहा है. वहीं विदेशी निवेशक भी भारत में काफी पैसा इंवेस्टमेंट के तौर पर लगा रहे हैं. इसमें विदेशी कारोबार भी शामिल है. हालांकि अब विदेशी निवेश को लेकर अहम जानकारी सामने आई है. आरबीआई की ओर से ये जानकारी दी गई है. दरअसल, देश में सकल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में गिरावट देखने को मिली है और यह गिरावट 15 फीसदी से भी ज्यादा की है.
आरबीआई
आरबीआई ने बताया कि देश में सकल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) बीते वित्त वर्ष 2022-23 में 16.3 प्रतिशत घटकर 71 अरब डॉलर रहा. एक दशक में यह पहली बार है जब किसी वित्त वर्ष में एफडीआई प्रवाह घटा है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार, इसके पीछे वैश्विक अर्थव्यवस्था में नरमी मुख्य कारण रहा.
एफडीआई प्रवाह
वित्त वर्ष 2021-22 में सकल एफडीआई प्रवाह 81.97 अरब डॉलर था, जो उससे पिछले वित्त वर्ष से 10 प्रतिशत ज्यादा था. सकल एफडीआई में पिछली गिरावट वित्त वर्ष 2012-13 में हुई थी, जब निवेश 26 प्रतिशत घटकर 34.29 अरब डॉलर रह गया था. आरबीआई के ताजा मासिक बुलेटिन में प्रकाशित लेख के अनुसार, “वित्त वर्ष 2022-23 में सकल एफडीआई प्रवाह 71 अरब डॉलर रहा, जो सालाना आधार पर 16.3 प्रतिशत कम है.”
शुद्ध एफडीआई
वहीं समीक्षाधीन वित्त वर्ष में शुद्ध एफडीआई भी सालाना आधार पर लगभग 27 प्रतिशत घटकर 28 अरब डॉलर रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 38.6 अरब डॉलर था. समीक्षाधीन वर्ष में पिछले वर्ष की तुलना में एफडीआई प्रवाह में गिरावट सबसे ज्यादा विनिर्माण, कंप्यूटर सेवा और संचार सेवा क्षेत्रों में रही. (इनपुट: भाषा)
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