Indian Stock Market: देश का आम बजट पेश होने के बाद शेयर बाजार में उठा-पटक का माहौल चल रहा है. 23 जुलाई यानी बजट वाले द‍िन सेंसेक्‍स ट्रेड‍िंग सेशन के दौरान 1200 अंक से ज्‍यादा टूट गया था. लेक‍िन बाद में इसमें र‍िकवरी देखी गई थी. बजट पेश होने के बाद से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने पिछले तीन दिनों में भारतीय शेयर बाजार से करीब 10,710 करोड़ रुपये निकाले हैं. सरकार ने डेरिवेटिव्स ट्रेड और इक्‍व‍िटी इनवेस्‍टमेंट से होने वाले कैप‍िटल गेन पर टैक्स बढ़ा दिया था, ज‍िसके बाद यह हुआ है.


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क‍िस द‍िन क‍ितने के शेयरों की ब‍िक्री की?


स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार एफपीआई (FPI) ने 23 जुलाई को 2,975 करोड़ रुपये, 24 जुलाई को 5,130 करोड़ रुपये और 25 जुलाई को 2,605 करोड़ रुपये के शेयर की ब‍िक्री की. इस दौरान घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 23 जुलाई से करीब 6,900 करोड़ रुपये के शेयर की खरीद की है. बजट से पहले एफपीआई (FPI) ने 12 से 22 जुलाई के बीच करीब 18,000 करोड़ की इक्‍व‍िटी खरीदी थी.


LTCG पर टैक्‍स की दर 12.5 प्रतिशत करने का प्रस्ताव
यह भारी-भारीकम न‍िवेश एफपीआई (FPI) की तरफ से इसल‍िये क‍िया गया था क्योंकि उन्‍हें कई सुधार पर काम क‍िये जाने की उम्मीद थी. बजट में व‍ित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कैप‍िटल गेन टैक्‍स से जुड़ी बड़ी घोषणाएं कीं, जिसके तहत सभी प्रकार की संपत्तियों के लिए लॉन्‍ग टर्म कैप‍िटल गेन (LTCG) पर टैक्‍स की दर 12.5 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है. एक रिपोर्ट के अनुसार कैप‍िटल गेन टैक्‍स में क‍िया गया स‍िंपलीफ‍िकेशन एक अच्छा कदम है.


कुछ मामलों में टैक्‍स की दरें कम हुई हैं, लेकिन एफपीआई को सभी तरह की संपत्तियों पर ज्‍यादा दर से लंबी अवधि के कैप‍िटल गेन का भुगतान करना होगा. यहां तक कि एफपीआई (FPI) के लिए भी ल‍िस्‍टेड शेयरों पर लॉन्‍ग टर्म कैप‍िटल गेन टैक्‍स की दर को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत कर द‍िया गया है. छोटी अवधि के कैप‍िटल गेन की दर को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर द‍िया गया है.