नई दिल्ली: राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के प्रमुख पद से हाल में इस्तीफा देने वाले सांख्यिकीविद पी.सी. मोहनन ने गुरुवार को कहा कि देश में सांख्यिकी आंकड़ों में कथित राजनीतिक हस्तक्षेप पर 108 अर्थशास्त्रियों और सामाजिक विज्ञानियों की चिंता को राजनीतिक दलों को गंभीरता से लेना चाहिए. अर्थशास्त्रियों और समाज शास्त्रियों ने आर्थिक आंकड़ों में राजनीतिक हस्तक्षेप को लेकर गुरुवार को चिंता जतायी है. कुल 108 विशेषज्ञों ने संयुक्त बयान में सांख्यिकी संगठनों की 'संस्थागत स्वतंत्रता' बहाल करने का आह्वान किया है.


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मोहनन ने कहा, ' हाल के घटनाक्रमों के मद्देनजर इन सभी प्रमुख लोगों द्वारा दर्ज करायी गई आपत्ति बहुत ही सामयिक और प्रासंगिक है. यह महत्वपूर्ण है कि राजनीतिक दल इसे गंभीरता से लें.' 


मोहनन ने जनवरी में आयोग के कार्यवाहक चेयरमैन पद से एक और सदस्य के साथ इस्तीफा दे दिया था. इसकी अहम वजह नौकरियों को लेकर सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के आंकड़ों को रोका माना गया.