Google Map Vs Ola Map: ओला से मिल रही चुनौती के बीच गूगल मैप्स ने भारत में कई नई सुविधाएं पेश की है. इन फीचर्स में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग स्टेशन की सूचना, फ्लाईओवर कॉलआउट और चार-पहिया वाहन चालकों को संकरी सड़क के बारे में जानकारी देना शामिल है. गूगल मैप्स ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब उसे घरेलू कंपनी ओला मैप्स से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है. 


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गूगल मैप्स ने गुरुवार को नई फीचर की घोषणा करते हुए कहा कि यह ‘मैपिंग’ के लिए एक बेहतरीन समय है. गूगल ने हाल ही में एक अगस्त से डेवलपर्स के लिए गूगल मैप प्लेटफॉर्म की कीमत में 70 प्रतिशत तक की कटौती करने का निर्णय लिया है. 


ओला मैप्स ने कंपनियों को दिया बड़ा ऑफर


इससे कुछ सप्ताह पहले ओला के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) भाविश अग्रवाल ने खुलकर कहा था कि भारतीय डेवलपर्स को गूगल मैप्स से दूर रहना चाहिए. उन्होंने डेवलपर्स को ओला मैप्स एक वर्ष तक मुफ्त इस्तेमाल करने की पेशकश की थी. ओला की तरफ से लगातार की जा रही घोषणाएं के बाद कीमत घटाने के फैसले को लेकर सवाल पर गूगल मैप्स ने कहा था कि ऐसा सोचना आकर्षक है, लेकिन हम प्रतिस्पर्धियों पर ध्यान केंद्रित नहीं करते हैं.


क्यों आपस में भिड़े Google Maps और Ola?


Ola के सीईओ भविष अग्रवाल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप कृत्रिम (Krutrim) की मदद से मैपिंग और लोकेशन बेस्ड सर्विस ओला मैप्स लॉन्च की है. ओला कैब्स में अब ओला मैप्स का ही इस्तेमाल हो रहा है. इसके अलावा उन्होंने अन्य डेवलपर्स को भी एक साल तक ओला मैप्स मुफ्त में इस्तेमाल करने की पेशकश कर दी. जिससे Google Maps को तगड़ा झटका लगा. इसका असर यह हुआ कि कंपनी ने गूगल मैप्स सर्विस की कीमत में 70 फीसदी की बड़ी कटौती करनी पड़ी.