Small Savings Schemes: 10 दिन और...PPF-सुकन्या समृद्धि के निवेशकों को मिलेगी खुशखबरी, सरकार करेगी यह ऐलान
Sukanya Samriddhi Yojana: रिजर्व बैंक की तरफ से पिछले दिनों में तीन बार रेपो रेट में इजाफा किया गया है. रेपो रेट में 1.40 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद एक बार फिर इसके बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है. इसके साथ ही कई बैंकों ने एफडी व आरडी की ब्याज दर में इजाफा किया है.
PPF Interest Rate: यदि आप भी सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली छोटी बचत योजनाओं पीपीएफ (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana), एनपीएस या किसान विकास पत्र आदि में इनवेस्ट करते हैं तो यह खबर आपको राहत देगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकार की तरफ से 30 सितंबर को सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) और PPF की ब्याज दर में बदलाव किए जाने की उम्मीद है. ब्याज दर बढ़ने का यदा छोटी बचत योजनाओं (Small Savings Scheme) में निवेश करने वालों निवेशकों को होगा.
1 अक्टूबर 2022 से लागू होगा बदलाव
मंहगाई स्तर (Inflation) को कम करने के लिए पिछले दिनों आरबीआई (RBI) की तरफ से रेपो रेट में इजाफा किया गया था. बैंकों की तरफ से ब्याज दर बढ़ाई जाने से सितंबर तिमाही में बचत योजनाओं पर पहले से ज्यादा ब्याज मिलने की उम्मीद की जा रही है. ब्याज दर में किए गए बदलाव को 1 अक्टूबर 2022 से लागू किया जाएगा. आरबीआई ने तीन बार में रेपो रेट में 1.40 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है.
इस दिन होगी ब्याज दर की समीक्षा
ब्याज दर की समीक्षा में महज 10 दिन बाकी हैं. 30 सितंबर को छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज की समीक्षा की जाएगी. यह समीक्षा अक्टूबर से दिसंबर 2022 की तिमाही के लिए होनी है. सूत्रों के अनुसार उम्मीद की जा रही है कि ब्याज दर में 60 से 70 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया जा सकता है. लंबे समय से स्मॉल सेविंग स्कीम पर (Small Savings Scheme) ब्याज दर में बदलाव नहीं हुआ है.
क्यों होगा ब्याज दर में बदलाव?
RBI ने मई से लेकर अब तक तीन बार रेपो रेट बढ़ा दिया है. फिलहाल यह 5.4 प्रतिशत पर चल रहा है. रेपो रेट के एक बार फिर से बढ़ने की उम्मीद है. सितंबर के अंतिम सप्ताह या अक्टूबर के पहले हफ्ते में रेपो रेट में 25 से 35 बेसिस प्वाइंट का फिर से इजाफा किया जा सकता है. लेकिन सरकार ने बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज में कोई बदलाव नहीं किया है. ऐसे में पूरी उम्मीद है कि सरकार इस बार छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज बढ़ा देगी.
हर तीन महीने में होती है बचत योजना की समीक्षा
सरकार की तरफ से छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज की हर तीन महीने में समीक्षा की जाती है. इस समीक्षा के दौरान ब्याज दर को बढ़ाने, घटाने या स्थिर रखने पर फैसला किया जाता है. वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) इन ब्याज दर को बढ़ाने या घटाने पर निर्णय लेता है.
सबसे ज्यादा ब्याज सुकन्या समृद्धि पर
फिलहाल पीपीएफ पर 7.1 प्रतिशत सालाना के हिसाब से ब्याज मिलता है. इसके अलावा सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में निवेश करने वालों को 7.6% वार्षिक का रिटर्न दिया जाता है. यदि नेशनल सेविंग्स रेकरिंग डिपॉटिज अकाउंट की बात करें तो इस पर 5.8% का रिटर्न मिलता है. किसान विकास पत्र पर ब्याज की दर 6.9 प्रतिशत है.
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