मुंबई : केंद्रीय सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्री कलराज मिश्र ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र की स्टैंड अप इंडिया पहल के तहत अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के 2.5 लाख उद्यमी तैयार किए जाएंगे। मिश्र ने दलित इंडियन चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (डीआईसीसीआई) द्वारा यहां आयोजित पांचवें राष्ट्रीय उद्योग एवं व्यापार मेले के उद्घाटन अवसर पर यह जानकारी दी। 


स्टार्टअप का ब्लू प्रिंट जल्द लाएगी सरकार


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उन्होंने कहा, ‘स्टैंड अप इंडिया पहल के तहत 1.25 लाख बैंक शाखाओं में से प्रत्यक्ष को एक अनुसूचित जाति, जनजाति और एक महिला उद्यमी को वित्तपोषण के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि देश में 2.5 लाख नये उद्यमी विकसित किए जा सकें।’ मिश्र ने कहा कि नवोन्मेष आधारित नई कंपनियों (स्टार्टअप) को मदद के लिए एक विशेष ढांचा होगा जिसमें सरकार से वित्तपोषण शामिल है। सरकार नया उद्यम स्थापित करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के उद्देश्य से स्टार्टअप के लिए एक खाके (ब्लूप्रिंट) की शीघ्र ही घोषणा करेगी।’ 


फड़णवीस ने किया व्यापार मेले का उद्घाटन


उन्होंने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री रोजगार सृजन (पीएमईजीपी) जैसे कई कार्य्रकम संचालित कर रही है। पीएमईजीपी में अजा, जजा लाभान्वितों को छूट दी जाती है। डीआईसीसीआई देश में दलित उद्यमों को प्रोत्साहित कर रहा है ताकि यह समुदाय देश की अर्थव्यवस्था में योगदान करने वाला बने और ‘रोजगार चाहने वालों की बजाय रोजगार देने वाला बने।’ इस अवसर पर भारी उद्योग मंत्री अनंत गीते ने कहा कि दलित उद्यमियों के लिए उम्मीदों की राह खुली है। इससे पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने व्यापार मेले का उद्घाटन किया और अजा-जजा उद्यमियों को सक्षम बनाने की जरूरत जताई।