यस बैंक समेत 6 बैंकों में हिस्सेदारी खरीदेगा HDFC,आरबीआई से मिली मंजूरी, क्या होगा ग्राहकों पर असर?
निजी सेक्टर के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने अपने दोनों बिजनेस का विलय करने के बाद एक और बडड़ा कदम उठाया हैं. HDFC बैंक की बैंकिंग सेक्टर में पकड़ और मजबूत होने वाली हैं. दरअसल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एचडीएफसी ग्रुप के प्रपोजल को मंजूरी दे दी है.
निजी सेक्टर के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने अपने दोनों बिजनेस का विलय करने के बाद एक और बडड़ा कदम उठाया हैं. HDFC बैंक की बैंकिंग सेक्टर में पकड़ और मजबूत होने वाली हैं. दरअसल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एचडीएफसी ग्रुप के प्रपोजल को मंजूरी दे दी है. इस प्रस्ताव में एचडीएफसी ने 6 बैंकों में 9.50 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी मांगी थी. आरबीआई ने एचडीएफसी ग्रुप (HDFC Group) के इस प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए यस बैंक (Yes Bank), इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank), एक्सिस बैंक ( Axis Bank), बंधन बैंक ( Bandhan Bank), ICICI बैंक और सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक ( Suryoday Small Finance Bank) में 9.50 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
HDFC के प्रस्ताव को मिली मंजूरी
देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC Bank के पैरेंट ग्रुप HDFC Bank Group को यस बैंक, IndusInd Bank समेत छह बैंकों में हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी मिल गई है. एचडीएफसी बैंक की ओर से स्पष्ट किया गया है कि ये मंजूरी एचडीएफसी बैंक ग्रुप को मिली है. जिसमें उसकी असेट मैनेजमेंट कंपनी शामिल है. यह अप्रूवल सिर्फ 1 साल के लिए मान्य होगा. यानी अगर डेडलाइन के भीतर एचडीएफसी ग्रुप सौदा पूरा नहीं किया तो इस मंजूरी को रद्द कर दिया जाएगा.
क्यों है अहम
इस प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए आरबीआई ने शर्त रखा है कि एचडीएफसी ग्रुप को एक साल के अंदर शेयरों का अधिग्रहण करना होगा, अगर वो असमर्थ रहता है तो ये मंजूरी रद्द हो जाएगी. इसके अलावा आरबीआई ने ये भी कहा है कि एचडीएफसी को ये हिस्सेदारी पेड अप शेयर कैपिटल या वोटिंग राइट की एग्रीगेट होल्डिंग के तौर पर खरीदना होगा. ये डील एचडीएफसी बैंक के लिए काफी अहम है.
क्या होगा ग्राहकों पर असर?
लोगों के मन में सवाल है कि क्या इस अधिग्रहण से उनकी बैंकिंग सर्विसेस पर असर पड़ेगा? आपको बता दें कि इस अधिग्रहण का इंडसइंड बैंक, यस बैंक या किसी भी बैंक के ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. बैंकों के कामकाज से लेकर, बैंकिंग सर्विसेस, ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. सभी सर्विसेस पहले की तरह की जारी रहेगी.