Petrol Price: पेट्रोल की कीमतों में बदलाव आने से लोगों की जेब पर काफी असर पड़ता है. वहीं जिन लोगों के बाद पेट्रोल की गाड़ियां हैं, उनकी जेब से महीने की एक अमाउंट पेट्रोल पर भी खर्च होती होगी. ईंधन की इन बढ़ती कीमतों का सीधा असर उन ग्राहकों पर पड़ा है जो कार या दोपहिया वाहन का इस्तेमाल करते हैं. हालांकि, वाहन चाहे कितना भी ईंधन कुशल क्यों न हो, ईंधन की लागत समय के साथ बढ़ती ही जा रही है. इसे ध्यान में रखते हुए कोई भी खुद को केवल ऐसे वाहन को चुनने तक ही सीमित नहीं रख सकता है जो उच्च ईंधन दक्षता प्रदान करता हो. ऐसे में हमें खुद पेट्रोल-डीजल की बचट करने के बारे में सोचना चाहिए. ऐसे में हम यहां कुछ टिप्स बताने वाले हैं, जिनके इस्तेमाल से पेट्रोल-डीजल की बचत की जा सकती है और पैसे भी बचाए जा सकते हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में...


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अपनी स्पीड नियंत्रित रखें
आपकी कार की ईंधन खपत कई तत्वों पर निर्भर करती है. इसमें स्पीड भी काफी मायने रखती है. जैसे-जैसे कार की गति बढ़ती है, वाहन के खिलाफ हवा का प्रभाव बढ़ता जाता है. सड़क पर घर्षण की मात्रा भी एक कारक है. कुछ रिसर्च के मुताबिक अगर किसी वाहन की गति 80 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक हो जाती है, तो उसकी दक्षता कम हो जाती है. इसलिए गाड़ियों की स्पीड को मेंटेन रखते हुए उन्हें 60 किमी प्रति घंटे से 80 किमी प्रति घंटे के बीच की गति से गाड़ी चलाने की सलाह दी जाती है.


नियमित सर्विसिंग जरूरी
समय के साथ और गाड़ी के इस्तेमाल के साथ प्रत्येक वाहन नियमित टूट-फूट से गुजर सकता है. उस टूट-फूट को नियंत्रित रखने और वाहन को अच्छे से चलने की स्थिति में लाने में मदद करने के लिए यह आवश्यक है कि वाहन को इंजन ट्यून अप, एयर फिल्टर सफाई, तेल जांच आदि के लिए नियमित रूप से सर्विस किया जाना चाहिए. गाड़ी की सर्विस टाइम-टू-टाइम होती रहेगी तो गाड़ी का माइलेज बना रहेगा.


हाईवे पर खिड़कियां बंद करके ड्राइव करें
शहर में ड्राइविंग की तुलना में हाईवे पर ड्राइविंग आमतौर पर अपेक्षाकृत अधिक गति से की जाती है. खिड़कियां नीचे करके तेज गति से गाड़ी चलाने से वाहन पर खिंचाव बढ़ जाता है जिसके परिणामस्वरूप लगभग 10% अधिक ईंधन की खपत होती है. ऐसे में हाईवे पर खिड़कियां बंद करके ड्राइव करें.


गाड़ी चलाते समय एसी का इस्तेमाल सीमित करें
एसी चलाकर कार चलाने से इंजन पर भार बढ़ सकता है, जिससे ईंधन की खपत अधिक हो सकती है. इसलिए जब तक आवश्यक न हो एयर कंडीशनिंग का उपयोग सीमित करें.


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