नई दिल्ली : दुनियाभर की अर्थव्यवस्था में सुस्ती दिखाई दे रही है, हालांकि यह सुस्ती अस्थायी तौर पर है. यह कहना है एचपीसीएल के एमडी एमके सुराना का. सुराना ने कहा, ऐसे कई कारण हैं जिनके कारण नतीजों पर थोड़ा दबाव है. दुनिया के मुकाबले भारत की बात करें तो यहां पर स्थिति काफी बेहतर है. क्रूड ऑयल के भाव में उतार-चढ़ाव से थोड़ा घाटा है.


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उन्होंने कहा सरकार ने पांच साल में 74,000 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा है. ऑटो बिक्री में सुस्ती का थोड़ा असर बाजार में दिखाई दे रहा है. प्रतिस्पर्धा बढ़ने से आने वाले समय में परफारमेंस में भी सुधार होता है. उन्होंने बताया कि बाड़मेर रिफाइनरी में तेजी से काम चल रहा है.