वाशिंगटन : देश के गांवों में बिजली पहुंचाने का दावा करने वाली मोदी सरकार की तारीफ वर्ल्ड बैंक (World Bank) ने की है. विश्व बैंक ने कहा कि भारत ने विद्युतीकरण के क्षेत्र में ‘बहुत अच्छा’ काम किया है और देश की 80 प्रतिशत आबादी तक बिजली पहुंच गई है. विश्व बैंक की तरफ से इस हफ्ते जारी रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2010 से 2016 के मध्य भारत ने हर साल 3 करोड़ लोगों को बिजली उपलब्ध कराई. विश्व बैंक की लीड एनर्जी इकोनॉमिस्ट विवियन फोस्टर ने कहा कि भारत की 15 प्रतिशत जनसंख्या अब भी बिजली के पहुंच से दूर है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बांग्लादेश विद्युतीकरण की गति भारत से तेज
फोस्टर ने कहा पूरी दुनिया के विद्युतीकरण के 2030 के लक्ष्य तक भारत शेष आबादी तक भी बिजली पहुंचाने में कामयाब रहेगा. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि बांग्लादेश और केन्या में विद्युतीकरण की गति भारत के मुकाबले अधिक है. यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब एक हफ्ते से भी कम समय पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी गांवों के विद्युतीकरण की घोषणा की थी.


दिसंबर 2018 हर घर रोशन होगा
गांव-गांव में बिजली पहुंचाने के बाद अब मोदी सरकार हर घर तक बिजली पहुंचाने का काम कर रही है. सरकार की तरफ से चलाई जा रही सौभाग्य योजना में गरीब परिवारों को मुफ्त बिजली कनेक्शन दिया जा रहा है. सरकार का दावा है कि दिसंबर 2018 तक देश के सभी घर बिजली से रोशन होंगे. इससे पहले भी वर्ल्ड बैंक की तरफ मोदी सरकार की सराहना की जा चुकी है.


हाल ही में विश्व बैंक ने उम्मीद जताई कि इस साल देश की आर्थिक वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रहेगी और 2019-2020 में बढ़कर यह 7.5 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी. विश्व बैंक की तरफ से कहा गया कि भारत की अर्थव्यवस्था नोटबंदी और जीएसटी के प्रभाव से निकल चुकी है. विश्व बैंक की 16 अप्रैल को जारी साल में दो बार आने वाली दक्षिण एशिया आर्थिक केंद्र रिपोर्ट में कहा, ‘2018 में वृद्धि दर के 2017 के 6.7 प्रतिशत से बढ़कर 7.3 प्रतिशत पर पहुंचने का अनुमान है.’