India fiscal conditions: भारत की राजकोषीय स्थिति 2025 में भी उसकी साख पर असर डालती रहेगी.मूडीज रेटिंग्स ने बुधवार को यह बात कही. हालांकि, रेटिंग एजेंसी का मानना है कि अमेरिका-चीन संबंधों में तनाव से भारतीय अर्थव्यवस्था को लाभ हो सकता है. साख निर्धारण एजेंसी मूडीज रेटिंग्स ने ‘एशिया प्रशांत क्षेत्र’ पर अपनी रिपोर्ट में कहा, वैश्विक और क्षेत्रीय वित्तीय स्थितियों में मामूली सुधार से मजबूत घरेलू मांग के साथ वृद्धि तथा मुद्रास्फीति में स्थिरता आ रही है. हालांकि अमेरिका के प्रस्तावित व्यापार प्रतिबंध पूरे क्षेत्र में आर्थिक उत्पादन को कमजोर कर देंगे.


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मूडीज ने कहा, भारत की राजकोषीय स्थितियां 2025 में भी इसकी साख क्षमता को बाधित करती रहेंगी. हमें उम्मीद है कि राजकोषीय समेकन धीरे-धीरे होगा और साख, बीएए रेटिंग वाले समकक्षों के 57 प्रतिशत के औसत से काफी अधिक रहेगी. इसमें कहा गया,  हाल के वर्षों में राजस्व में वृद्धि के बावजूद हमारा अनुमान है कि ऋण सामर्थ्य भी ‘रेटेड’ प्रतिस्पर्धियों की तुलना में काफी कमजोर रहेगा.


रिपोर्ट कहती है, राजनीति तथा सामाजिक अशांति महत्वपूर्ण आर्थिक व राजकोषीय जोखिम उत्पन्न करती है. एशिया प्रशांत में भू-राजनीतिक जोखिम 2025 में भी जारी रहेंगे, जो अमेरिका-चीन संबंधों तथा क्षेत्रीय तनाव से उत्पन्न होंगे. मूडीज का आकलन है कि ताइवान जलडमरूमध्य या कोरियाई प्रायद्वीप में सैन्य संघर्ष की आशंका कम है. तनाव उच्चस्तर पर बना रहेगा खासकर अमेरिका-चीन संबंधों के कारण.भाषा