Indian Economy Growth Rate: सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े जारी किए हैं, जो कि 8.4% हैं. यह पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में दर्ज 4.3% की वृद्धि दर से काफी अधिक है. यह वृद्धि दर न केवल अर्थव्यवस्था में मजबूत सुधार का संकेत देती है, बल्कि यह सरकार के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है.


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आरबीआई ने दिसंबर तिमाही के लिए 6.5 फीसदी की दर से इकोनॉमिक ग्रोथ का अनुमान लगाया था. वहीं, एसबीआई रिसर्च की बात की जाए तो उसका अनुमान 6.5 से 6.9 फीसदी के बीच था. 


आपको बता दें चालू वित्त वर्ष में दूसरी तिमाही में इकोनॉमिक ग्रोथ 7.6 फीसदी रही है. इस हिसाब से तिमाही आधार पर देश की जीडीपी ग्रोथ में काफी तेजी देखने को मिली है. 


सोशल मीडिया पर अमित शाह ने कहा...


अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि पीएम नरेंद्र मोदी जी की आर्थिक नीतियों की असली ताकत भारत की शानदार जीडीपी ग्रोथ में निहित है. 2023-24 की तीसरी तिमाही में रिकॉर्ड 8.4% जीडीपी ग्रोथ उस गति का प्रमाण है जिस गति से हम गरीबी को कम कर रहे हैं. इसके साथ ही दुनिया के सामने भारत एक बड़ी इकोनॉमी बनकर उबरेगा. 


कोर सेक्टर का कैसा रहा हाल?


वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बताया है कि भारत में 8 कोर सेक्टर की विकास दर जनवरी में सालाना आधार पर करीब 15 महीने के लो लेवल पर पहुंच गई. इसके अलावा इस महीने की बात की जाए तो ग्रोथ रेट 3.6 फीसदी रहा है. दिसंबर 2023 में इंडेक्स 4.9 फीसदी और जनवरी 2024 में यह इंडेक्स 9.7 फीसदी की दर से बढ़ा. 


सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, कोर सेक्टर में पॉजिटिव ग्रोथ भी देखने को मिली है. यह ग्रोथ कोयला, स्टील, सीमेंट, प्राकृतिक गैस, बिजली और कच्चे तेल के प्रोडक्शन में रही है. 


सांख्यिकी मंत्रालय के एनएसओ  (National Statistical Office) ने वित्त वर्ष 2023-24 के अक्टूबर - दिसंबर तिमाही का आंकड़ा जारी करते हुए कहा कि तीसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था ने 8.4 फीसदी का ग्रोथ रेट दिखाया है. वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही के दौरान 40.35 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर जीडीपी मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 43.72 लाख करोड़ रुपये रहा है. 


मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का ग्रोथ अनुमान


सांख्यिकी मंत्रालय के NSO ने बताया कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का ग्रोथ रेट 11.6 फीसदी रहा है. इसके अलावा कंट्रक्शन सेक्टर का ग्रोथ रेट 9.5 फीसदी रहा है. वित्त वर्ष 2023-24 का दूसरा एडवांस अनुमान भी जारी किया गया है, जिसमें एनएसओ ने बताया है कि फाइनेंशियल ईयर में जीडीपी 7.6 फीसदी रहने का अनुमान है. वहींस 2022-23 में यह 7 फीसदी था. 


सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, रियल जीडीपी मौजूदा वित्त वर्ष में 172.90 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है जो 2022-23 में 160.71 लाख करोड़ रुपये रहा था.