`मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की GDP वृद्धि दर 7.1% रहेगी`
वैश्विक वित्तीय संस्थान एचएसबीसी ने मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत पर स्थित रहने का अनुमान लगाया है क्योंकि निवेश की स्थिति कमजोर है और सरकारी खर्च उम्मीद के अनुरूप नहीं रहेगा.
नई दिल्ली: वैश्विक वित्तीय संस्थान एचएसबीसी ने मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत पर स्थित रहने का अनुमान लगाया है क्योंकि निवेश की स्थिति कमजोर है और सरकारी खर्च उम्मीद के अनुरूप नहीं रहेगा.
एचएसबीसी का कहना है कि जीडीपी वृद्धि दर में नरमी का रख पिछले साल यानी 2016 के मध्य से ही चल रहा है और इसके आगे भी जारी रहने का अनुमान है.
एचएसबीसी की मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजल भंडारी ने अपने शोध पत्र में कहा है, ‘भविष्य की ओर देखें तो हमारा मानना है कि 2017-18 में वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत पर स्थिर रहेगी.’आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार भारत की वृद्धि दर जनवरी मार्च की तिमाही में घटकर 6.1 प्रतिशत रही.
रपट में कहा गया है कि जीडीपी वृद्धि दर में नरमी आने वाले दिनों में भी कमजोर रहना अनुमानित है क्योंकि निवेश ने अभी जोर नहीं पकड़ा है और सरकारी खर्च शायद उतना उंचा नहीं रहे जितना अपेक्षित था.