नयी दिल्ली: एक अध्ययन के अनुसार बढ़ती समृद्धि से उपभोक्ताओं के व्यवहार और खर्च के तौर तरीकों में बदलाव आ रहा है जिससे भारत में खपत या उपभोग 2025 तक बढ़कर 4000 अरब डॉलर हो जाएगा.


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बोस्टन कंसलटिंग ग्रुप (बीसीजी) ने एक रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला है. बीसीजी के विश्लेषण के अनुसार भारत में खपत में साल दर साल 12 प्रतिशत रहेगी जब कि इस दौरान वैश्विक खपत दर 5 प्रतिशत रहेगी. रिपोर्ट के अनुसार 2025 तक यह तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार बन जाएगा. फर्म ने भारत में उपभोक्ताओं के बदलते व्यवहार व वरीयतों के बारे में यह अध्ययन किया गया है.


इसमें कहा गया है कि तेजी से बढ़ते शहरों के साथ एकल परिवारों की संख्या बढ़ी है. इसके अनुसार 2025 तक कुल खर्च में 40 प्रतिशत हिस्सा प्रभावी व समृद्ध आय खंड का रहेगा. इसके अनुसार, ‘ पहली बार अमीर सबसे बड़े उपभोग खंड का प्रतिनिधित्व करेंगे.’