नई दिल्ली: पिछले दो सालों से मंदी की मार झेल रहे सर्राफा व्यापारियों के चेहरे की रौनक लौट आई है. दीपावली पर्व से जुड़े त्योहार धनतेरस के दिन ये चमत्कार हुआ. दरअसल इस दिन दिल्ली समेत देश के सर्राफा व्यापारियो ने सोने चांदी के गहनों एवं अन्य सामान का बेहद अच्छा व्यापार किया.


संस्थागत आंकड़ो में इतना कारोबार


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कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) तथा कैट के ज्वेलरी विंग ऑल इंडिया ज्वेलर्स एवं गोल्ड स्मिथ फेडरेशन (AIGF) ने अपने संयुक्त बयान में बताया कि आज धनतेरस पर देश भर में लगभग 15 टन सोने के आभूषणों की बिक्री हुई जो लगभग 7.5 हजार करोड़ रुपये है. देश के अन्य राज्यों के अलावा दिल्ली में करीब 1000 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ वहीं इस खास मौके पर महाराष्ट्र में करीब 1500 करोड़, उत्तर प्रदेश में 600 करोड़, दक्षिण भारत में करीब 2000 करोड़ का स्वर्ण आभूषणों का व्यापार हुआ.


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कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की देश में पुरातन काल से सभी त्यौहारों में धनतेरस का अपना विशेष महत्व है. इस पर्व के मौके पर भारतीय परिवार अपनी हैसियत के अनुसार सोने-चांदी का सामान खरीदते हैं वहीं इस पर्व के दिन बर्तनों के खरीदने का रिवाज भी लंबे समय से चला आ रहा है.


19 महीने बाद लौटा उत्साह


वहीं इन संगठन के अधिकारियों  के मुताबिक इस दौरान गहनों के साथ सोने-चांदी के सिक्के, नोट, मूर्तियां और बर्तनों की बिक्री में भी उछाल आने की उम्मीद लगाई गई है. कोराना काल  के 19 माह बाद देश के ज्वेलरी के बाजार में पहली बार यह चमक देखी जा रही है. इससे देश भर का सर्राफा कारोबार उत्साहित हैं. इस उत्साह का बड़ा कारण देश में कोरोना के मामलों का न्यूनतम स्तर पर आना तथा रिकार्ड मात्रा में कोवीडरोधी टीकाकरण का होना है.


शादी के सीजन में बढ़ेगा कारोबार


कैट पदाधिकारियों के मुताबिक कोरोना ने दो साल से देश भर में शादियों के आयोजन को भी काफी प्रभावित किया था. अब हालात सामान्य होने की ओर हैं तो नवंबर के मध्य से अगले वर्ष तक ज्यादा शादियों का बड़ा सीजन आ रहा है और शादी से सम्बंधित गोल्ड, ज्वेलरी एवं अन्य वस्तुओं की बिक्री भी बड़ी मात्रा में बढ़ने की सम्भावना है.