Indian Railway Rules: अगर आप भी ट्रेन से सफर करते हैं तो आपके लिए आज की ये खबर बहुत महत्वपूर्ण है. क्या आप जानते हैं कि ट्रेन के हर डिब्बे पर 5 डिजिट का नंबर लिखा होता है. ट्रेन की बोगी पर लिखा यह नंबर बहुत खास होता है. रेलवे के नियमों के अनुसार, इन पांच नंबर में बोगी से जुड़ी कई खास जानकारी छुपी होती है. आइए जानते हैं इससे जुड़ी सभी जानकारी.


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ट्रेन की हर बोगी के बाहर लिखे इन पांच डिजिट (Train Coac number) में इस बात की जानकारी होती है कि यह बोगी कब बना,  यह बोगी किस प्रकार की है. 5 डिजिट के पहले दो डिजिट बताते हैं कि ट्रेन की इस बोगी का निर्माण कब हुआ था और अंतिम के तीन डिजिट इस बोगी की कैटेगरी बताते हैं.


पहले दो डिजिट का मतलब


उदाहरण से समझिये- मान लीजिए ट्रेन की किसी बोगी पर 13328 नंबर लिखा है. तो इसे डिकोड करने के लिए सबसे पहले आप इसे दो भाग में तोड़कर पढ़ें. पहले दो डिजिट से हमें इसके बनने के समय का पता चलता है. जैसे इस केस में यह बोगी 2013 में बनी थी. अगर वहीं बोगी पर 98397 लिखा होता, तो इसका मतलब है कि इस बोगी का निर्माण 1998 में हुआ होगा.


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अंतिम तीन डिजिट का मतलब


5 डिजिट के अंतिम 3 डिजिट उस बोगी की कैटेगरी को बताते हैं. जैसे पहले केस (13328) में यह बोगी जनरल कैटेगरी की है और दूसरे केस (98397) में बोगी स्लीपर क्लास की है. अगर आप इसे विस्तार से समझना चाहते हैं तो इस चार्ट को देखिए. 


001-025 : AC First class
026-050 : Composite 1AC + AC-2T
051-100 : AC-2T
101-150 : AC-3T
151-200 : CC (AC Chair Car)
201-400 : SL (2nd Class Sleeper)
401-600 : GS (General 2nd Class)
601-700 : 2S (2nd Class Sitting/Jan Shatabdi Chair Class)
701-800 : Sitting Cum luggage Rake
801 + : Pantry Car, Generator or Mail


अब आप समझ गए होंगे कि डिब्बे पर लिखा 5 डिजिट का नंबर 2 अहम् जानकारियां देता है. अब आप जब भी रेल (Indian Railways) से सफर करेंगे, तो आपके बोगी के बाहर लिखे नंबर को देख कर आप बड़ी आसानी से बता सकते हैं, कि यह बोगी कब बनी है और किस क्लास की है.