Loans Default: कभी इस कंपनी की यूपी में बोलती थी तूती, बुरे दिन आए तो नहीं चुका पाई बैंकों का लोन
JAL: जेएएल (JAL) ने कहा, `कंपनी पर कुल कर्ज (ब्याज समेत) 29,477 करोड़ रुपये है, जिसे 2037 तक चुकाना है. इसमें से सिर्फ 4,044 करोड़ रुपये 30 जून, 2023 तक लौटाये जाने थे.
Jaypee Group Loan Default: वित्तीय संकट में फंसे जेपी ग्रुप की प्रमुख कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates) लोन डिफॉल्ट से जुड़ा बड़ा मामला सामने आ रहा है. ग्रुप की कपनी जेपी एसोसिएट्स ने प्रिंसिपल और इंटरेस्ट समेत 4,044 करोड़ रुपये के लोन के री-पेमेंट में चूक की है. जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (JAL) ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि कंपनी ने 1,660 करोड़ रुपये के प्रिंसिपल अमाउंट और 2,384 करोड़ रुपये के ब्याज को लौटाने में 30 जून को चूक की है.
कंपनी पर कुल कर्ज 29,477 करोड़ रुपये
कर्ज अलग-अलग बैंकों से जुड़ा हुआ है. जेएएल (JAL) ने कहा, 'कंपनी पर कुल कर्ज (ब्याज समेत) 29,477 करोड़ रुपये है, जिसे 2037 तक चुकाना है. इसमें से सिर्फ 4,044 करोड़ रुपये 30 जून, 2023 तक लौटाये जाने थे. कंपनी ने कहा कि 29,477 करोड़ रुपये की कुल उधारी में से 18,319 करोड़ रुपये प्रस्तावित विशेष उद्देश्यीय इकाई (SPV) में ट्रांसफर किया जाएगा. इस बारे में सभी लिस्टेड पक्षों से मंजूरी मिल गई है.
NCLT से मंजूरी मिलना बाकी
योजना को राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) की मंजूरी मिलनी है. इसमें कहा गया, 'पूरा लोन किसी भी स्थिति में पुनर्गठन के अधीन है.' कंपनी ने कहा कि वह उधारी कम करने के लिए ठोस कदम उठा रही है. जयप्रकाश एसोसिएट्स ने कहा, 'सीमेंट व्यवसाय के प्रस्तावित निवेश और विचाराधीन पुनर्गठन के बाद, संशोधित पुनर्गठन योजना के कार्यान्वयन पर उधार लगभग शून्य हो जाएगा.'