Lalit Modi: 4555 करोड़ रुपये के मालिक ललित मोदी ने लिया बड़ा फैसला, इसे बना दिया अपना उत्तराधिकारी
Lalit Modi: आईपीएल (IPL) के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी (Lalit Modi) ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर अपने उत्तराधिकारी का नाम बताया है.
Lalit Modi's successor: आईपीएल (IPL) के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी (Lalit Modi) पिछले तीन हफ्ते से वो कन्फाइन्मेंट में हैं क्योंकि उन्हें दो हफ्तों में दो बार कोरोना वायरस (Covid19) और साथ में इंफ्लुएंजा (Influenza) और निमोनिया (Pneumonia) भी हो चुका है. ललित मोदी(Lali Modi) ने इन सब के बीच एक बड़ा फैसला लिया है, उन्होंने अपने उत्तराधिकारी के नाम का ऐलान कर दिया है.
ललित मोदी ने इसे बनाया उत्तराधिकारी
कारोबारी समूह केके मोदी फैमिली ट्रस्ट में जारी संपत्ति विवाद के बीच ललित मोदी (Lalit Modi) ने बेटे रुचिर मोदी (Ruchir Modi) को तत्काल प्रभाव से अपना उत्तराधिकारी नियुक्त करने की रविवार को घोषणा कर दी है. कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद लंदन के अस्पताल में भर्ती मोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में रुचिर मोदी को पारिवारिक मामलों में अपना उत्तराधिकारी बनाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में उन्होंने बेटी आलिया के साथ चर्चा करने के बाद यह फैसला किया है.
सोशल मीडिया पर शेयर किया ये पोस्ट
ललित मोदी (Lalit Modi) ने बयान में कहा, 'मैंने इस बारे में अपनी बेटी के साथ चर्चा की है और हम दोनों की ही यह राए है कि मुझे एलकेएम (ललित कुमार मोदी) परिवार के मामलों का नियंत्रण और ट्रस्ट में अपने लाभदायक हितों की कमान अपने बेटे रुचिर मोदी को सौंप देनी चाहिए.' ललित मोदी का अपनी मां और बहन के साथ परिवार के भीतर संपत्ति के नियंत्रण को लेकर विवाद चल रहा है. मोदी ने इस कानूनी विवाद को लंबा, थकाऊ और मुश्किल बताते हुए कहा, 'इसके निपटारे के लिए कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन इसका कोई अंत नहीं दिख रहा है. इसने मुझे काफी पीड़ा पहुंचाई है.'
तबीयत खराब होने के कारण लिया फैसला
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें मेक्सिको सिटी से लंदन लाया गया है और उन्हें कृत्रिम ऑक्सीजन देना पड़ रहा है. रुचिर को परिवार में अपना उत्तराधिकारी बनाने के साथ ही मोदी ने कहा कि अब फैमिली ट्रस्ट की किसी भी संपत्ति या आमदनी में कोई भी दिलचस्पी नहीं रह जाएगी. हालांकि वह केकेएमएफटी के न्यासी के तौर पर बने रहेंगे.
(INPUT- BHASHA)
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