एक खबर और दौड़ पड़ा LIC का शेयर, रिकॉर्ड लेवल को किया टच, निवेशक हुए मालामाल
LIC Share Price: LIC का शेयर शुक्रवार को करीब चार फीसदी के उछाल के साथ बंद हुए हैं. बीएसई पर दिन में कारोबार के दौरान कंपनी का शेयर 7.25 फीसदी बढ़कर 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर 820.05 रुपये पर पहुंच गया था.
LIC Share Price: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का शेयर शुक्रवार को करीब चार फीसदी के उछाल के साथ बंद हुए हैं. बीएसई पर दिन में कारोबार के दौरान कंपनी का शेयर 7.25 फीसदी बढ़कर 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर 820.05 रुपये पर पहुंच गया था. दिन के आखिरी कारोबारी समय में यह 3.73 फीसदी की तेजी के साथ 793.10 रुपये पर बंद हुआ.
NSE पर कंपनी का शेयर 3.62 फीसदी चढ़कर 792.20 रुपये पर बंद हुए. दिन में कारोबार के दौरान यह 7.39 फीसदी उछलकर 821 रुपये पर पहुंच गया था, जो इसका 52-सप्ताह का रिकॉर्ड लेवल है. कंपनी का मार्केट कैप भी 18,057.88 करोड़ रुपये बढ़कर 5,01,635.57 करोड़ रुपये हो गया.
एक खबर के बाद भागे शेयर्स
सरकार के एलआईसी को 10 साल के अंदर 25 फीसदी मिनिमम पब्लिक-शेयरहोल्डिंग हासिल करने की छूट दी है. इस खबर के बाद में कंपनी के शेयरों में जोरदार बढ़त देखने को मिली है. आज के कारोबार में एलआईसी के शेयरों ने निवेशकों को बड़ा फायदा कराया है.
कंपनियों को 25 फीसदी शेयर होल्डिंग रखना है जरूरी
आपको बता दें स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड कंपनियों को पब्लिक शेयर होल्डिंग को करीब 25 फीसदी रखना अनिवार्य होता है. फिलहाल बड़ी कंपनियों को स्टॉक एक्सचेंज पब्लिक शेयरहोल्डिंग को 25 फीसदी तक लाने के लिए 5 साल तक का समय देती है. लेकिन LIC को इस काम के लिए 10 साल का समय दिया गया है.
2022 में हुई थी शेयरों की लिस्टिंग
LIC के शेयरों की लिस्टिंग स्टॉक मार्केट में 17 मई 2022 को हुई थी. इस वजह से पहले एलआईसी को 2027 तक मिनिमम पब्लिक शेयर होल्डिंग को 25 फीसदी तक लाना था, लेकिन अब 10 साल का समय मिलने के बाद में यह काम कंपनी को 2032 तक पूरा करना है. सरकार ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए एलआईसी में 22.13 करोड़ से अधिक शेयर यानी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची थी.
किसके पास है कितनी हिस्सेदारी?
इस समय सरकार के पास में एलआईसी की करीब 96.5 फीसदी हिस्सेदारी है. इसके अलावा 2.55 फीसदी हिस्सेदारी पब्लिक शेयर होल्डर्स के पास है. वहीं, 0.1 फीसदी हिस्सेदारी विदेशी निवेशकों के पास है और घरेलू संस्थागत निवेशकों के पास 0.84 फीसदी हिस्सेदारी है.
इनपुट - भाषा एजेंसी के साथ