महिंद्रा और टाटा भी टक्कर देने के लिए तैयार, CEO एलन मस्क को पसंद नहीं पॉलिसी; क्या फिर भी भारत आएगी Tesla?
Elon Musk Tesla: एलन मस्क अमेरिकी नीतियों को प्रभावित करने की स्थिति में हैं. ऐसे में टेस्ला जिसने भारत में एंट्री की अपनी योजना को लेकर उदासीन रुख अपनाया था, ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद यह संभावना है कि अमेरिका भारत को टेस्ला के लिए और अधिक रियायतें देने के लिए मजबूर करने की कोशिश करे.
Tesla In India: दुनिया के सबसे अमीर आदमी और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने अप्रैल 2024 में भारत दौरा रद्द कर दिया था. इसके बाद से ही लोगों के मन में यह सवाल है कि टेस्ला कब तक भारत आएगी. भारत का इलेक्ट्रिक वाहन बाजार तेजी से बढ़ रहा है. महिंद्रा और टाटा जैसे घरेलू निर्माता नई इलेक्ट्रिक एसयूवी लॉन्च कर रहे हैं.
JSW MG मोटर का इनोवेटिव बैटरी सब्सक्रिप्शन मॉडल देश में लोकप्रियता हासिल कर रहा है. इसके इतर टेस्ला का भारत में प्रवेश अभी भी अनिश्चित है. केंद्र सरकार अधिक निवेश आकर्षित करने के लिए अपनी ईवी नीति की समीक्षा कर रही है. हालांकि, इसके बावजूद अगर टेस्ला ने भारतीय बाजार में प्रवेश करने का फैसला किया तो उसके लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ जाएगी.
ट्रंप को प्रभावित कर सकते हैं मस्क
दरअसल, टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क हाल ही अमेरिकी राष्ट्रपति चुने गए डोनाल्ड ट्रम्प के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक हैं. ट्रम्प के इस कार्यकाल में मस्क को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है.
एलन मस्क अमेरिकी नीतियों को प्रभावित करने की स्थिति में हैं. ऐसे में टेस्ला जिसने भारत में एंट्री की अपनी योजना को लेकर उदासीन रुख अपनाया था, ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद यह संभावना है कि अमेरिका भारत को टेस्ला के लिए और अधिक रियायतें देने के लिए मजबूर करने की कोशिश करे.
हालांकि, भारत में इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग जिस तेजी से विकसित हो रहा है. वैसे में टेस्ला के लिए भारत कम आकर्षक होता जा रहा है. भारत के घरेलू वाहन कंपनियां नए इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च कर रहे हैं.
मस्क को पंसद नहीं भारत की पॉलिसी
Tesla के सीईओ एलन मस्क कंपनी के विस्तार के लिए इस साल भारत दौरे पर आने वाले थे. इस दौरान वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करते. लेकिन अप्रैल में कंपनी के गंभीर मुद्दों का हवाला देते हुए उन्होंने भारत दौरा रद्द कर दिया.
मस्क ने भारत दौरे की अपनी घोषणा भारत की नई ईवी नीति के तहत विदेशी कार निर्माताओं से ईवी पर आयात कर कम करने के कुछ ही हफ्तों बाद की थी, जिन्होंने कम से कम 41.5 बिलियन रुपये ($ 497 मिलियन) का निवेश करने और तीन साल के भीतर एक स्थानीय कारखाने से ईवी उत्पादन शुरू करने का वादा किया था.
भारत को टेस्ला से उम्मीद कम
हालांकि, अब इसकी उम्मीद काफी कम है कि टेस्ला हाल-फिलहाल में भारत कोई निवेश करेगा. क्योंकि हाल ही में इससे संबंधित अधिकारियों ने ब्लूमबार्ग से बताया था कि अप्रैल के अंत में अपनी भारत यात्रा स्थगित करने के बाद से मस्क की टीम ने भारत के अधिकारियों से कोई और पूछताछ नहीं की है. उन्होंने कहा कि सरकार यह समझ गई है कि टेस्ला के पास पूंजी की समस्या है और निकट भविष्य में भारत में नए निवेश की योजना नहीं है.