Petrol Price: सरकार पेट्रोल में एथेनॉल म‍िक्‍स करने के टारगेट को 20 से बढ़ाकर 25 प्रत‍िशत करने की तैयारी कर रही है. यह जानकारी खाद्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने दी. उन्‍होंने बताया क‍ि खाद्य मंत्रालय ने इसको लेकर नीत‍ि आयोग से रोडमैप व‍िकस‍ित करने को लेकर गुजार‍िश की है. दुनिया के तीसरे सबसे बड़े एथेनॉल उत्पादक और उपभोक्ता, भारत ने शुरुआत में अपने एथेनॉल म‍िक्‍स पेट्रोल (EBP) प्रोग्राम के तहत साल 2030 तक पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत एथेनॉल म‍िक्‍स करने का टारगेट रखा था. लेक‍िन बाद में इसे बदलकर साल 2025-26 कर दिया गया था. अगर पेट्रोल में एथेनॉल की मात्रा मौजूदा 20 प्रत‍िशत से बढ़ाकर 25 प्रत‍िशत की जाती है तो इससे पेट्रोल के रेट भी नीचे आने में मदद म‍िलेगी.


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एथेनॉल प्रोडक्‍शन ल‍िम‍िट 1623 करोड़ लीटर करने का प्‍लान


जोशी ने उद्योग निकाय इस्मा की तरफ से आयोजित दूसरे भारत चीनी और बॉयो एनर्जी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमने नीति आयोग को इसे और बढ़ाकर 25 प्रतिशत करने और एक रोडमैप तैयार करने के लिए लिखा है.’ मंत्री ने बताया कि एथेनॉल म‍िक्‍स सप्‍लाई 2013-14 के 1.53 प्रतिशत से बढ़कर 13.6 प्रतिशत हो गई है, जिसका क्रेड‍िट सरकार और उद्योग के संयुक्त प्रयासों को जाता है. इस इजाफे से करीब 250 डिस्टिलरी में एथेनॉल उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 1,623 करोड़ लीटर करने का प्‍लान है.


एथेनॉल डिस्टिलरी को 23 लाख टन चावल बिक्री की अनुमति
जोशी ने एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी बताया. उन्‍होंने बताया क‍ि सप्‍लाई ईयर 2024-25 में एथेनॉल उत्पादन के लिए गन्‍ने के रस व सिरप, बी-हेवी और सी-हेवी शीरे के उपयोग की अनुमति देना शामिल है. सरकार ने भारतीय खाद्य निगम (FCI) द्वारा अनाज आधारित एथेनॉल डिस्टिलरी को 23 लाख टन चावल की बिक्री की अनुमति दी है. जोशी ने कहा कि 2-जी और 3-जी एथेनॉल के प्रोडक्‍शन को बढ़ावा देने के मकसद से प्रधानमंत्री जी-वन योजना में संशोधन किया गया है.


उन्होंने दुनिया के शीर्ष दो चीनी उत्पादक देशों, ब्राजील और भारत के बीच एथेनॉल, बायोडीजल और बायोजेट ईंधन जैसे जैव ईंधन के उत्पादन में सहयोग का आह्वान किया. जोशी ने कहा, ‘जैव ऊर्जा भविष्य है. सरकार और उद्योग को वर्ष 2047 तक विकसित भारत के लिए सतत विकास हासिल करने के लिए नवाचार, सहयोग और जिम्मेदारी के साथ मिलकर काम करना होगा.’


एथेनॉल म‍िक्‍स करने का कीमत पर असर
एथेनॉल का दाम पेट्रोल के मुकाबले कम होता है. यद‍ि इसको 20 प्रत‍िशत से बढ़ाकर 25 प्रत‍िशत म‍िक्‍स क‍िया जाता है तो इसका असर पेट्रोल की कीमत कम होने के रूप में देखा जा सकता है. एथेनॉल एक र‍िन्‍यूएबल एनर्जी का सोर्स है, इसका उत्पादन एग्रीकल्‍चर प्रोडक्‍ट से किया जाता है ज‍िससे कच्चे तेल पर निर्भरता कम होती है और इसका असर देश में पेट्रोल-डीजल के रेट पर पड़ने वाले असर के रूप में देखा जाएगा. पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने का कदम किसानों की आमदनी बढ़ाने, प्रदूषण कम करने और ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है. (इनपुट भाषा से भी)