नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGA) के बजट में कटौती कर दी है और अब इस योजना के तहत लोगों को तय अवधि तक रोजगार नहीं मिल पा रहा है.


'गांव लौटे गरीबों को मिले रोजगार'


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राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन (Mallikarjun Kharge) खड़गे ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को इस पर ध्यान देना चाहिए ताकि शहरों से गांव की ओर लौटे गरीब लोगों को रोजगार मिल सके.


उन्होंने संसद भवन के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘प्रधानमंत्री ने मनरेगा को कांग्रेस की सरकार का जीवित स्मारक बताया था. लेकिन यही योजना कोरोना संकट के समय लोगों के काम आई. अब मोदी सरकार इस योजना को खत्म कर रही है.’


'सरकार ने बजट में की कटौती'


कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘मनरेगा का बजट 2020-21 में 1.11 लाख करोड़ रुपये रखा था और अब 73 हजार करोड़ रुपये का बजट (Budget Allocation) रखा है. जो पैसा राज्यों को दिया गया उसमें से 63 हजार करोड़ रुपये खर्च हो गया है. 21 राज्यों के पास पैसा नहीं है. अब वह रोजगार के दिन घटाते जा रहे हैं.’


खड़गे ने कहा, ‘केंद्र सरकार कहती है कि मनरेगा के लिए पैसे की कमी नहीं है. लेकिन अब लोगों को मनरेगा के तहत तय अवधि तक काम नहीं मिल रहा है. गरीबों और मजदूरों को नुकसान हो रहा है. नवंबर, 2021 में लोगों को सिर्फ औसत 11.66 दिनों को काम मिला.’


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उन्होंने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री जी से कहना चाहते हैं कि कोरोना से प्रभावित हुए ग्रामीण लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया कराने पर ध्यान दें.’