Reliance Retail Business: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने सोमवार को कहा कि कई दिग्ग्ज वैश्विक रणनीतिक एवं वित्तीय निवेशक रिलायंस रिटेल (Reliance Retial) में काफी रुचि दिखा रहे है. रिलायंस रिटेल ने हाल में कतर की सरकारी एजेंसी से एक अरब डॉलर जुटाए हैं. उन्होंने कहा कि यदि मौजूदा मूल्यांकन के आधार पर यह सूचीबद्ध होती, तो खुदरा उपक्रम शीर्ष चार सूचीबद्ध इकाइयों में से होता.


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रिलायंस रिटेल का मूल्यांकन होगा दोगुना
अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा कि तीन साल से भी कम समय में रिलायंस रिटेल का मूल्यांकन दोगुना हुआ है और मूल्य सृजन की इसकी गति का ग्लोबल स्तर पर भी कोई मुकाबला नहीं है. उन्होंने कहा है कि कई दिग्गज वैश्विक रणनीतिक और वित्तीय निवेशकों ने रिलायंस रिटेल में काफी रुचि दिखाई है. मैं आपको उचित समय पर उनके साथ हमारी प्रगति के बारे में जानकारी दूंगा.


कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने किया निवेश
कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA) ने हाल ही में 100 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर रिलायंस रिटेल वेंचर लिमिटेड (RRVL) में 8,278 करोड़ रुपये (एक अरब डॉलर) का निवेश कर करीब एक प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है. अंबानी ने कहा कि इसका मूल्यांकन तीन साल से भी कम समय में दोगुना हो गया है.


खुदरा मूल्यांकन कितना रहा?
अंबानी ने कहा है कि केवल संदर्भ के लिए बात करें, तो सितंबर, 2020 में हमारे कोष जुटाने के दौरान, हमारे खुदरा कारोबार का मूल्यांकन 4.28 लाख करोड़ रुपये था. तीन साल से भी कम समय में कोविड-19 वैश्विक महामारी के बावजूद इसका मूल्यांकन लगभग दोगुना हो गया है.


रिलायंस रिटेल इंडिया की टॉप-4 कंपनियों में हो सकती है शामिल
उन्होंने कहा है कि इस मूल्यांकन के आधार पर अगर रिलायंस रिटेल लिस्टेड होती, तो यह भारत की शीर्ष चार कंपनियों में और वैश्विक स्तर पर शीर्ष 10 खुदरा विक्रेताओं में शुमार होती है.


इनपुट - भाषा एजेंसी