FM Nirmala Sitharaman: केंद्र सरकार (Central Governement) की तरफ सत्ता में रहते हुए कई नए फैसले लिए गए हैं. केंद्रीय वित्त मंत्री की तरफ से लागू की जीएसटी की व्यवस्था (GST System) से आम जनता समेत कई राज्यों को बड़ा फायदा मिला है. निर्मला सीतारमण ने अब गुड्स एंड सर्विस टैक्स से होने वाले फायदे के बारे में बताया है. वित्तमंत्री ने बताया है कि पूर्वोत्तर राज्यों के लिए जीएसटी काफी फायदेमंद रही है. नया टैक्स सिस्टम (New Tax System) आने के बाद में त्रिपुरा राज्य को काफी फायदा हुआ है. 


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बढ़ गया जीएसटी कलेक्शन
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि नई कर प्रणाली आने के बाद त्रिपुरा में राजस्व संग्रह में व्यापक वृद्धि हुई है. सीतारमण ने त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में माल एवं सेवा कर (GST) विभाग की नई इमारत का उद्घाटन करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में इस पूर्वोत्तर राज्य का जीएसटी संग्रह बढ़कर 982.50 करोड़ रुपये हो गया जबकि वित्त वर्ष 2016-17 में केंद्रीय बिक्री कर संग्रह में इसकी हिस्सेदारी 4.61 करोड़ रुपये थी.


2017 में लागू हुई थी जीएसटी
उन्होंने जीएसटी को खपत-आधारित कर प्रणाली बताते हुए कहा कि किसी भी राज्य में खपत बढ़ने पर वहां जीएसटी संग्रह बढ़ेगा. उन्होंने कहा, "जुलाई 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद से त्रिपुरा में राजस्व संग्रह काफी अच्छा रहा है."


जीएसटी रजिस्ट्रेशन है जरूरी
सीतारमण ने कहा कि जीएसटी पंजीकरण नहीं कराने वाली कंपनियों के साथ बड़ी कंपनियां कारोबार करना पसंद नहीं करती हैं लिहाजा इससे दूर रहना कारोबारियों के लिए फायदेमंद नहीं होगा.


आम जनता और राज्यों को हुआ काफी फायदा
सीतारमण ने कहा, 'जीएसटी से कर प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है, जिससे न केवल राज्यों को बल्कि आखिरकार आम लोगों को भी फायदा हुआ है.' उन्होंने कहा कि सिक्किम और मेघालय ने भी महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की है. सिक्किम का कर संग्रह 263.5 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,036 करोड़ रुपये और मेघालय का कर संग्रह 587.21 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,078 करोड़ रुपये हो गया है.


पहले कम रहता था टैक्स कलेक्शन
वित्तमंत्री ने जानकारी देते हुए बताया है कि जीएसटी लागू होने से पहले असम का बिक्री कर संग्रह 558.26 करोड़ रुपये था, लेकिन अब यह कई गुना बढ़कर 7,097 करोड़ रुपये हो गया है.


इनपुट - भाषा एजेंसी