Nitin Gadkari On Toll: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया बड़ा ऐलान, अब नहीं देना होगा `टोल टैक्स`!
Nitin Gadkari On Toll Tax: नितिन गडकरी ने कहा कि टोल वसूलने के लिए दो विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. पहला विकल्प कि कारों में ‘जीपीएस’ प्रणाली लगाने से संबंधित है जबकि दूसरा विकल्प आधुनिक नंबर प्लेट से संबंधित है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया है कि अब टोल टैक्स का भुगतान नहीं करना होगा, सीधा आपके खाते से अमाउंट कट जाएगा.
Nitin Gadkari On Toll Tax: सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा है कि साल 2024 से पहले देश में 26 ग्रीन एक्सप्रेसवे तैयार हो जाएंगे और भारत सड़कों के मामले में अमेरिका के बराबर होगा. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में टोल टैक्स वसूलने के लिए प्रोद्यौगिकी के इस्तेमाल पर भी जोर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अब तक टोल नहीं देने पर सजा का प्रावधान नहीं है, लेकिन टोल के संबंध में एक विधेयक लाने की तैयारी चल रही है. अब टोल टैक्स सीधा आपके बैंक खाते से काटा जाएगा. केंद्रीय परिवहन मंत्री ने ये जानकारी 23 अगस्त, 2022 को नई दिल्ली में फिक्की फेडरेशन हाउस में सड़क और राजमार्ग शिखर सम्मेलन 'एक्सेलरेटिंग द रोड इंफ्रास्ट्रक्चर: न्यू इंडिया @ 75' (Road Infrastructure: New India @75') के तीसरे संस्करण के दौरान दी है.
केंद्र सरकार का जबरदस्त प्लान
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया है कि अब टोल टैक्स का भुगतान नहीं करना होगा, सीधा आपके खाते से अमाउंट कट जाएगा. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने कहा, '2019 में, हमने एक नियम बनाया कि कारें कंपनी-फिटेड नंबर प्लेट के साथ आएंगी. इसलिए बीते चार साल में जो वाहन आए हैं उन पर अलग-अलग नंबर प्लेट हैं.' उन्होंने कहा, 'अब टोल प्लाजा को हटाने और कैमरे लगाने की योजना है, जो इन नंबर प्लेट को पढ़ेंगे और सीधे बैंक खाते से टोल काट लिया जाएगा.' हम इस योजना का पायलट भी कर रहे हैं. हालांकि, एक परेशानी है कि कानून के तहत टोल प्लाजा को छोड़ देने वाले और टोल भुगतान न करने वाले वाहन मालिक को सजा देने का कोई प्रावधान (Provision) नहीं है. हमें उस प्रावधान को कानून (Law) के दायरे में लाने की जरूरत है. हम उन कारों के लिए एक प्रावधान ला सकते हैं जिनमें ये नंबर प्लेट (Number Plates) नहीं हैं, उन्हें एक तय वक्त के भीतर नंबर प्लेट लगाने के लिए कहा जाएगा. हमें इसके लिए एक विधेयक (Bill) लाना होगा.'
उन्होंने यह भी बताया कि अब टोल प्लाजा की जगह स्वचालित नंबर प्लेट रीडर कैमरों पर निर्भर है, जो वाहन नंबर प्लेट पढ़ेंगे और वाहन मालिकों के लिंक किए गए बैंक खातों से स्वचालित रूप से टोल काट लेंगे. कहा कि इस योजना का एक पायलट चल रहा है और इस बदलाव को सुविधाजनक बनाने के लिए कानूनी संशोधन भी किए जा रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री ने दी बड़ी जानकारी
नितिन गडकरी ने कहा कि टोल वसूलने के लिए दो विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. पहला विकल्प कि कारों में ‘जीपीएस’ प्रणाली लगाने से संबंधित है जबकि दूसरा विकल्प आधुनिक नंबर प्लेट से संबंधित है. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से नए नंबर प्लेट पर जोर दिया जा रहा है. और अगले एक महीने में कोई एक विकल्प चुन लिए जाने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था लागू होने पर टोल बूथ पर कोई भीड़ नहीं होगी और यातायात भी प्रभावित नहीं होगा.उन्होंने कहा कि 2024 से पहले देश में 26 ग्रीन एक्सप्रेसवे शुरू कर दिए जायेंगे, जिससे सड़क के मामले में भारत अमेरिका के बराबर हो जाएगा. उन्होंने बताया कि सड़कों के बन जाने से कई शहरों के बीच की दूरी कम हो जाएगी.
अभी क्या है नियम?
नितिन गडकरी ने कहा कि अभी अगर कोई व्यक्ति टोल रोड पर 10 किलोमीटर की दूरी भी तय करता है तो उसे 75 किलोमीटर का शुल्क देना पड़ता है लेकिन नई व्यवस्था में उतनी दूरी का ही शुल्क लिया जाएगा जितनी दूरी तय की गई होगी. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) वित्तीय संकट से गुजर रहा है. उन्होंने कहा कि एनएचएआई की हालत बिल्कुल ठीक है और उसके पास पैसे की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों दो बैंकों ने कम दर पर ऋण देने की पेशकश की.