Onion Price: सरकार ने किया ऐसा इंतजाम, एक ही झटके में कम हो जाएंगे दाम; ट्रेन से यहां पहुंची 840 टन प्याज
Onion Supply Via Train: एनसीसीएफ की तरफ से असम, मेघालय, त्रिपुरा और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के अलग-अलग जिलों में प्याज का वितरण किया जा रहा है. सरकार के इस कदम से पूर्वोत्तर राज्यों में प्याज की उपलब्धता सुनिश्चित होगी.
Onion Price Hike: प्याज और टमाटर के दामों में पिछले कुछ दिन से फिर से तेजी देखी जा रही है. राजधानी दिल्ली में प्याज का खुदरा रेट 60 रुपये किलो और टमाटर 80 से 100 रुपये प्रति किलो के करीब चल रही है. पिछले दिनों बढ़ते दाम में लगाम लगाने के लिए सरकार ने बफर स्टॉक से प्याज की आपूर्ति की थी. अब सरकार की तरफ से बताया कि पूर्वोत्तर के राज्यों में प्याज की उपलब्धता बढ़ाने और दाम में कमी लाने के लिए गुवाहाटी में रेल रैक से 840 टन प्याज पहुंचाया गया है.
गुवाहाटी के चांगसारी स्टेशन पर 5 नवंबर को पहुंची प्याज
सरकारी बयान में उपभोक्ता मामलों के विभाग ने कहा, ‘थोक आपूर्ति की गति को बनाए रखा गया है और रेल रैक द्वारा 840 टन प्याज की खेप 5 नवंबर, 2024 को गुवाहाटी के चांगसारी स्टेशन पर पहुंच गई है.’ एनसीसीएफ (NCCF) की तरफ से असम, मेघालय, त्रिपुरा और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के अलग-अलग जिलों में प्याज वितरित किया जा रहा है. बयान में कहा गया, ‘इससे पूर्वोत्तर राज्यों में प्याज की व्यापक उपलब्धता सुनिश्चित होगी और ग्राहकों को यह बहुत ही उचित मूल्य पर उपलब्ध होगा.’
कांदा एक्सप्रेस से 1,600 टन प्याज भेजा
अधिक लागत प्रभावी और कुशल आपूर्ति के लिए इस साल पहली बार नासिक से दिल्ली, चेन्नई और गुवाहाटी जैसे प्रमुख स्थानों तक प्याज की रेल रैक द्वारा थोक परिवहन किया गया है. 18 अक्टूबर को नासिक से कांदा एक्सप्रेस से 1,600 टन प्याज भेजा गया और 20 अक्टूबर, 2024 को यह दिल्ली के किशनगंज स्टेशन पर पहुंचा. इसके अलावा, 23 अक्टूबर को नासिक से रेल रैक द्वारा 840 टन प्याज भेजा गया था, जो 26 अक्टूबर, 2024 को चेन्नई पहुंचा.
आपूर्ति बढ़ने से कीमत कम होने में मदद मिली
30 अक्टूबर, 2024 को रेल रैक द्वारा दिल्ली में 840 टन प्याज की खेप पहुंची. 30 अक्टूबर, 2024 को असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में निपटान के लिए 840 टन का एक और रेल रैक गुवाहाटी भेजा गया. उपभोक्ता मामलों के विभाग ने कहा, ‘प्रमुख मंडियों में प्याज की थोक आपूर्ति से उपलब्धता बढ़ाने और कीमतों को कम करने में मदद मिली है.’ सरकार ने इस साल मूल्य स्थिरीकरण बफर के लिए 4.7 लाख टन रबी प्याज खरीदा था. (इनपुट भाषा से भी)