Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान (Pakistan) में इस समय कई तरह के संकट देखने को मिल रहे हैं. इकोनॉमी को लेकर भी पाकिस्तान की हालत खराब हो रही है. पिछले 6 महीने से ज्यादा समय से पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार (PAK foreign reserve exchange) की कमी चल रही है. इस समय देश की अर्थव्यवस्था (Pak economy) बुरी तरह से चरमरा गई है. विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) की कमी के साथ ही पानी, दवाइयों और पेट्रोल-डीजल समेत कई तरह के संकट से देश जूझ रहा है. 


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दवाइयों की कमी से जूझ रहा है देश
आपको बता दें नकदी की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान को बेहद महत्वपूर्ण दवाओं की कमी से निपटने के लिए ईरान से मदद की उम्मीद है. करीब छह महीने से अधिक समय से विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के कारण पाकिस्तान की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली चरमरा रही है और अब देश बेहद महत्वपूर्ण दवाओं की भारी कमी का सामना कर रहा है. इससे दवाओं तथा स्थानीय स्तर पर दवा बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कच्चे माल दोनों का आयात करने की देश की क्षमता प्रभावित हुई है.


कल हुई बैठक में लिया ये फैसला 
पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) मंत्री डॉ. नदीम जान और पाकिस्तान में ईरान के राजदूत रेजा अमीरी-मोघदाम के बीच मंगलवार को हुई एक बैठक में फैसला किया गया कि पाकिस्तान का दवा नियामक प्राधिकरण जीवन रक्षक दवाओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अपने ईरानी समकक्ष के साथ तत्काल प्रभाव से एक व्यापक रणनीति पर काम करेगा.


डॉन अखबार से मिली जानकारी 
समाचारपत्र ‘डॉन’ की खबर के मुताबिक, ईरान के राजदूत ने पाकिस्तान के मंत्री से मुलाकात की और उन्होंने, ‘‘ दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग के विविध क्षेत्रों पर चर्चा की.’’


पाकिस्तान और ईरान संबध
खबर में मंत्री डॉ. नदीम जान के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तान और ईरान के बीच लंबे समय से चले आ रहे और समय की कसौटी पर खरे उतरे घनिष्ठ संबंध हैं. मंत्री ने कहा है कि ईरान की प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली मजबूत है. प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में ईरान के अनुभवों से पाकिस्तान को निश्चित रूप से मदद मिलेगी.


इनपुट - भाषा एजेंसी के साथ