नई दिल्लीः कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के 6 करोड़ से अधिक अंशधारकों को जल्द ही बड़ा तोहफा मिल सकता है. पीएफ खाते (PF Account) पर मिलने वाले बीमा की राशि में जल्द इजाफा हो जाएगा. ईपीएफओ के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (Central Board of Trustee) ने लिंक्ड बीमा योजना, 1976 में संशोधन की मंजूरी दे दी है. 


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एक लाख रुपये का होगा इजाफा
अभी ईपीएफ खाताधारकों को छह लाख रुपये का बीमा मिलता है. इस राशि में एक लाख रुपये का इजाफा हो जाएगा, जिसके बाद यह राशि बढ़कर के सात लाख रुपये हो जाएगी. 


कब मिलती है बीमा राशि
अगर किसी अंशधारक की नौकरी करते वक्त मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार को यह बीमा राशि मिलती है. इस प्रस्ताव को जल्द ही वित्त मंत्रालय के पास भेजा जाएगा और मंत्रालय से हरी झंडी मिलते ही इसको नोटिफाई कर दिया जाएगा. 


केंद्रीय न्यासी बोर्ड ने केंद्र सरकार को 8.50 प्रतिशत की समान दर रखने की सिफारिश की है. इसमें 31 दिसंबर, 2020 तक, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ-Exchange traded fund) और ऋण आय से 8.15 फीसदी और शेष 0.35 फीसदी पूंजीगत लाभ शामिल होगा.


ETF निवेश से EPFO को घाटा 
आपको बता दें कि EPFO के पास फंड नहीं था, जिसकी वजह से वो सब्सक्राइबर्स को ब्याज को भुगतान नहीं कर पा रहा था. खबर थी कि एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) के जरिए पिछले पांच साल से किए जा रहे निवेश का रिटर्न EPFO के लिए नेगेटिव में आया है. दरअसल, EPFO अपनी सालाना जमा रकम का 85 परसेंट हिस्सा डेट इंस्ट्रूमेंट्स (जैसे बॉन्ड्स, डिबेंचर वगैरह) में निवेश करता है, जबकि बाकी 15 परसेंट ETF के जरिए इक्विटी निवेश करता है. इक्विटी निवेश यानी शेयर बाजार आम तौर पर ज्यादा जोखिम वाला होता है, लेकिन रिटर्न अच्छे होते हैं. इस बार कोरोना संकट की वजह से इक्विटी निवेश का प्रदर्शन बेहद खराब रहा. 


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