देश की पहली बुलेट ट्रेन पर बड़ी खबर, अहमदाबाद से तो चलेगी, लेकिन मुंबई नहीं पहुंचेगी!
Ahmedabad-Mumbai Bullet Train Project: देश को पहली बुलेट ट्रेन शुरू होने का बेसब्री से इंतजार है, 2024 से अहमदाबाद और मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की योजना है, लेकिन इस प्रोजेक्ट के रास्ते में अड़चनें खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं हैं. अब इस पर बड़ी खबर ये है कि 2024 में बुलेट ट्रेन अहमदाबाद से तो चलेगी, लेकिन मुंबई नहीं पहुंचेगी. समझिए पूरा माजरा.
एक साथ नहीं, बल्कि दो चरणों में चलेगी बुलेट ट्रेन
सरकार का लक्ष्य 2024 में अहमदाबाद और मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन चलाने का है, अब खबर ये है कि भूमि अधिग्रहण में आ रही दिक्कतों के चलते बुलेट ट्रेन अहमदाबाद से मुंबई सीधे एक बार में नहीं चलाई जाएगी, बल्कि इसे दो चरणों में बांटकर चलाया जाएगा. 2024 में पहले चरण में बुलेट ट्रेन गुजरात के अहमदाबाद से वापी तक चलेगी, ये दूरी 325 किलोमीटर की है. इस रूट पर जमीन अधिग्रहण का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है और कॉरिडोर के काम में कोई दिक्कत नहीं है.
महाराष्ट्र में जमीन अधिग्रहण से प्रोजेक्ट पर ग्रहण
दूसरे चरण में जमीन अधिग्रहण को लेकर परेशानियां सामने आ रही हैं, इसलिए वापी से बांद्रा के बीच बुलेट ट्रेन तभी चलाई जाएगी जब जमीन अधिग्रहण का काम पूरा हो जाएगा. रेलवे बोर्ड के मुताबिक गुजरात में भूमि अधिग्रहण में 80% से ज़्यादा सफलता मिल गई है. जबकि महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में जबरदस्त दिक्कत आ रही है, जिसके चलते पूरा प्रोजेक्ट लटकता हुआ नजर आ रहा है.
3-4 महीने में 80 परसेंट ज़मीन अधिग्रहण जरूरी
रेलवे बोर्ड के मुताबिक, फिलहाल महाराष्ट्र सरकार से जमीन अधिग्रहण को लेकर लगातार बातचीत हो रही है, और महाराष्ट्र सरकार के मुख्य सचिव ने भरोसा दिलाया कि अगले 3-4 महीने में महाराष्ट्र में 80% भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो सकता है. लेकिन रेल मंत्रालय ने साफ कहा कि अगर महाराष्ट्र सरकार ने सहयोग नहीं किया तो बुलेट ट्रेन को दो चरणों में चलाया जा सकता है.
ठाणे महानगर पालिका का जमीन देने से इनकार
दरअसल, ठाणे महानगरपालिका ने बुलेट ट्रेन के लिए जमीन देने का प्रस्ताव रद्द कर दिया है. बुलेट ट्रेन के लिए मुंबई के बाद अगला स्टेशन ठाणे मनपा क्षेत्र के म्हातार्डी में बनाया जाना है. बुलेट ट्रेन के लिए ठाणे मनपा की 3884 वर्गमीटर जमीन नेशनल हाईस्पीड रेल कार्पोरेशन लिमिटेड को ट्रांसफर किया जाना था. इसके लिए कॉरपोरेशन को ठाणे मनपा को 6 करोड़ 92 लाख 82 हजार रुपए देना है. लेकिन मेट्रोकार शेड को लेकर राज्य और केंद्र सरकार के बीच हुए विवाद के बाद ठाणे मनपा के सर्वसाधारण सभा में बुलेट ट्रेन के लिए जमीन न देने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया.
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट राजनीति का शिकार
दरअसल, जबतक महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार थी, जमीन अधिग्रहण का काम भी तेजी से हुआ, लेकिन सरकार बदलने के साथ ही अब बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की रफ्तार भी थम गई, 2024 में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव भी होने हैं, और उसी साल बुलेट ट्रेन चलाने की भी योजना है. बुलेट ट्रेन पटरी पर बाद में दौड़ेगी राजनीति के गलियारों में खूब दौड़ रही है.
अहमदाबाद से मुंबई सिर्फ 3 घंटे में
अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट 508 किलोमीटर लंबा है. इन दोनों स्टेशनों के बीच में 12 स्टेशन पड़ेंगे. बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी और ये दूरी 2-3 घंटे में पूरी हो जाएगी.