अब Free में मिलेगा 5 लाख का Ayushman Card, मोदी सरकार ने फीस को कर दिया माफ
अगर आप आयुष्मान योजना (Ayushman Bharat Yojana) के लाभार्थी हैं या फिर जल्द ही अपना पंजीकरण कराने जा रहे हैं तो मोदी सरकार ने आपको बड़ी राहत दी है. अब पात्रता कार्ड (Entitlement Card) को फ्री कर दिया गया है जबकि पहले इस पर 30 रुपये का शुल्क लगता था. मोदी सरकार के इस फैसले से गरीब परिवारों को काफी राहत मिलेगी.
अब फ्री में मिलेगा आयुष्मान कार्ड
आयुष्मान योजना के लाभार्थी अब तक पात्रता कार्ड के लिए सामान्य सेवा केंद्रों (CSC) से संपर्क करते थे, और ग्रामीण स्तर के ऑपरेटर को 30 रुपये के भुगतान के बाद कार्ड मिलता था. लेकिन अब नई व्यवस्था के तहत पहली बार कार्ड लेना तो फ्री कर दिया गया है.
डुप्लीकेट कार्ड बनवाने पर देना होगा चार्ज
लेकिन डुप्लीकेट कार्ड या दोबारा प्रिंट कराने पर 15 रुपये का भुगतान लाभार्थी को करना होगा. ये कार्ड लाभार्थियों को Biometric Authentication के बाद दिया जाएगा.
NHA और CSC में समझौते के बाद फैसला
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (NHA) और IT मंत्रालय के तहत आने वाले CSC के साथ समझौता होने के बाद केंद्र सरकार ने फीस माफी का ऐलान किया है. NHA एक सरकारी एजेंसी है, जो इस योजना का मैनेजमेंट देखती है, जबकि CSC निजी एजेंसी है जो इसके प्रॉडक्शन का काम संभालती है. पहली बार आयुष्मान कार्ड जारी होने पर NHA 20 रुपए का भुगतान CSC को करेगी. इस समझौते का मुख्य उद्देश्य योजना के तहत PVC आयुष्मान कार्ड तैयार करना है. इसके अलावा योजना के तहत सिस्टम को और बेहतर बनाना है.
लाभार्थियों को बड़ी राहत
NHA के CEO रामसेवक शर्मा के मुताबिक, आयुष्मान योजना का लाभ लेने के लिए अब PVC कार्ड अनिवार्य नहीं होगा. जिन लाभार्थियों के पास पुराने कार्ड होंगे उसके आधार पर भी योजना का लाभ मिल सकेगा. PVC कार्ड के जरिए स्वास्थ्य अधिकारियों को लाभार्थियों की पहचान करने में आसानी होगी. साथ ही बिना किसी धांधली के जरूरतमंद लाभार्थियों को स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी.
क्या है आयुष्मान भारत योजना?
आयुष्मान भारत योजना को मोदी सरकार ने 2017 में लॉन्च किया था. इस योजना के तहत गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में मिलता है. अब तक इस योजना के तहत 1 करोड़ 63 लाख से ज्यादा लाभार्थियों का इलाज हो चुका है. खास बात ये भी है कि आयुष्मान कार्ड के लाभार्थी किसी भी निजी अस्पताल में भी जरूरत के मुताबिक इलाज करा सकते हैं.