Indian Railways: रेलवे प्लेटफॉर्म के टिकट तीन गुना तक महंगे हो गए हैं. साउथ ईस्टर्न रेलवे (South Eastern Railways) ने झारखंड और पश्चिम बंगाल रेलवे डिवीजन को रेलवे प्लेटफॉर्म टिकटों को 300 परसेंट महंगा करने का आदेश दिया है. इस आदेश के लिए एक सर्कुलर भी जारी किया गया है. रेलवे के इस आदेश के पीछे ये मकसद बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण के दौर में स्टेशन पर कम से कम लोग आएं. 


फिर से खुले प्लेटफॉर्म टिकट काउंटर 


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रांची समेत रेल मंडल के सभी रेलवे स्टेशनों पर सोमवार से आम लोगों को एंट्री मिल गई है. कोरोना के चलते अबतक तक इनके प्लेटफॉर्म पर आने की इजाजत नहीं थी. सिर्फ रेल टिकट रखने वाले यात्रियों को ही रेलवे स्टेशन पर आने की इजाजत थी. प्लेटफार्म टिकट के काउंटर बंद कर दिए गए थे. लेकिन नए आदेश के बाद प्लेटफॉर्म टिकट का काउंटर सोमवार से खुल गया है.


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तीन गुना तक महंगे हुए प्लेटफॉर्म टिकट 


रांची रेल डिवीजन के हटिया, रांची और मूरी रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री शुरू हो गई है. लेकिन प्लेटफॉर्म टिकट लेकर स्टेशन में प्रवेश करने वाले यात्रियों को अब तीन गुना अधिक चार्ज देना होगा. प्लेटफार्म टिकट की कीमत रांची और हटिया में 30 रुपये तय की गई है,जो कि लॉकडाउन के पहले 10 रुपये थी, यानी अब तीन गुना कीमत चुकानी होगी. जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकट 40 रुपये में मिल रहा है. इसके अलावा हावड़ा स्टेशन के प्लेटफार्म टिकट का दाम 50 रुपए कर दिया गया है. मूरी और चक्रधरपुर में जो विजिटर अपने परिवार वालों को स्टेशन छोड़ने आए हैं उन्हें 20 रुपये चुकाने होंगे. 


ट्रेन किराए से ज्यादा प्लेटफॉर्म टिकट 


मजे की बात तो ये है कि इस आदेश के बाद रांची रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म टिकट पैसेंजर ट्रेन से महंगा हो गया है. रांची स्टेशन से चलने वाली कई पैसेंजर ट्रेनों के किराए से ज्यादा प्लेटफार्म टिकट का रेट है. रांची रेलवे स्टेशन से चलने वाली टाटा मेमू पैसेंजर, आसनसोल पैसेंजर, बोकारो पैसेंजर वगैरह जो रांची से मूरी तक जाती है, उनका किराया 20 रुपए है. इसी तरह रांची से लोहरदगा तक का किराया भी 20 रुपए ही है. 


इसलिए बढ़ाना पड़ा रेट 


इसपर रांची रेलमंडल के वरीय वाणिज्यक प्रबंधक अवनीश कुमार ने बताया कि प्लेटफॉर्म टिकट के दाम बढ़ाने के आदेश पिछले मार्च में ही आ गए थे. जिसका मकसद था कि स्टेशन पर ज्यादा भीड़भाड़ न हो. जब दाम बढाने के आदेश आए थे तब टिकट के रेट को बढ़ा दिया गया था, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया. लेकिन इससे यात्रियों को बहुत दिक्कतें हुईं, कई  लोगों ने शिकायतें की, सबसे ज्यादा शिकायत बुजुर्गों को लेकर थी, जिन्हें छोड़ने के लिए परिवार के लोग आते थे. इसलिए प्लेटफॉर्म टिकट के दाम बढ़ा दिए गए 


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