10 New Vande Bharat launched Today: वंदे भारत ट्रेनों की गिनती तो बढ़ती ही जा रही है. वंदे भारत ट्रेनों (Vande Bharat Train) की संख्या अब 50 से ज्यादा होने वाली है. आज पीएम मोदी 10 नई वंदे भारत ट्रेनों (10 new Vande Bharat trains) को हरी झंडी दिखाएंगे. आज इन ट्रेनों के उद्घाटन के बाद में वंदे भारत की संख्या हाफ सेंचुरी पार कर जाएगी. इसके साथ ही कई ट्रेनों के रूट्स का एक्सटेंशन भी किया जाएगा. यानी चार मौजूदा वंदे भारत ट्रेनों के रूट बढ़ाए जाएंगे. 


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आइए आपको बताते हैं किन रूट्स पर शुरू हो रहीं 10 नई वंदे भारत ट्रेन- (10 New Vande Bharat's Routes)


1. लखनऊ-देहरादून
2. पटना-लखनऊ
3. न्यू जलपाईगुड़ी-पटना
4. पुरी-विशाखापट्टनम
5. कालाबुरागी–बैंगलोर 
6. रांची-वाराणसी 
7. खुजराहो-दिल्ली
8. अहमदाबाद-मुंबई
9. सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम 
10 मैसूर-चेन्नई


किन ट्रेनों का बढ़ा रूट्स?


आपको बता दें रेलवे 4 वंदे भारत ट्रेनों के रूट्स को बढ़ा रहा है. रेलवे ने बताया है कि अहमदाबाद-जामनगर वाली वंदे भारत अब द्वारका तक जाएगी. इसके अलावा अमजेर-दिल्ली वाली ट्रेन चंडीगढ़ तक चलेगी. गोरखपुर-लखनऊ ट्रेन अब प्रयागराज जाएगी. वहीं, तिरुवनंतपुरम-कासरगोड ट्रेन अब मंगलुरु तक चलेगी. 


51 पहुंच जाएगी वंदे भारत ट्रेनों की संख्या


इन 10 नई ट्रेनों के साथ देश भर में चलने वाली वंदे भारत ट्रेनों की कुल संख्या 51 तक पहुंच जाएगी जोकि 45 रूट्स को कवर करेगी. विशेष रूप से, छह रूट्स पर अब दो वंदे भारत ट्रेनें हैं, जिनमें दिल्ली-कटरा, दिल्ली-वाराणसी, मुंबई-अहमदाबाद, मैसूरु-चेन्नई, कासरगोड-तिरुवनंतपुरम और नए उद्घाटन के बाद विशाखापत्तनम-सिकंदराबाद भी इसमें शामिल हो जाएगा. 


दिल्ली से चलती हैं सबसे ज्यादा वंदे भारत


दिल्ली से चलने वाली वंदे भारत ट्रेनों की संख्या सबसे ज्यादा है. ये ट्रेनें दिल्ली के साथ देहरादून, अंब अंदौरा, भोपाल, अयोध्या, अमृतसर और अब खजुराहो जैसे रूट्स को जोड़ती हैं. मुंबई से चलने वाली वंदे भारत की संख्या 6 के करीब है. इसके अलावा चेन्नई में 5 और मैसूर में 2 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन होगा. 


दिसंबर में शुरू हुई थीं 6 नई वंदे भारत


दिसंबर 2023 में 6 नई वंदे भारत ट्रेनों को शुरू किया गया था. इनमें कटरा-नई दिल्ली, अमृतसर-दिल्ली, कोयंबटूर-बैंगलोर, मैंगलोर-मडगांव, जालना-मुंबई और अयोध्या-दिल्ली जैसे कई रूट्स को एकसाथ जोड़ा गया था. इसके अलावा दिल्ली से वाराणसी के लिए दूसरी ट्रेन की शुरुआत की गई थी.