मुंबई : सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) अपनी जीवन बीमा इकाई को अगले वित्त वर्ष में सूचीबद्ध कराने पर विचार कर सकती है. बैंक फिलहाल पीएनबी मेटलाइफ में 30 प्रतिशत हिस्सेदारी में से 4 प्रतिशत बेचने की प्रक्रिया में है. बीमा कंपनी आईपीओ के बारे में 2016 से बातचीत कर रही है तथा अमेरिकी वित्तीय सेवा कंपनी तथा उसकी भागीदार मेटलाइफ की कंपनी से बाहर होने की योजना के बाद इसकी जरूरत बढ़ गई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वर्ष 2001 में गठित पीएनबी मेटलाइफ सार्वजनिक क्षेत्र के पीएनबी, मेटलाइफ, एलप्रो, एम पलोनजी एंड कंपनी तथा जम्मू कश्मीर बैंक की संयुक्त उद्यम है. इसमें पीएनबी की हिस्सेदारी 30 प्रतिशत जबकि मेट लाइफ की हिस्सेदारी 26 प्रतिशत है. इसके अलावा 21 प्रतिशत हिस्सेदारी एलप्रो, 18 प्रतिशत एम पलोनजी एंड कंपनी तथा 5 प्रतिशत हिस्सेदारी जम्मू कश्मीर बैंक की है.


भारतीय बैंक संघ (आईबीए) द्वारा बैंक प्रौद्योगिकी पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान अलग से बातचीत में पीएनबी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील मेहता ने संवाददाताओं से कहा, 'हम पीएनबी मेटलाइफ के आईपीओ के साथ सही समय पर बाजार में प्रवेश करेंगे. फिलहाल बाजार नरम है. ऐसे में अगले वित्त वर्ष में हम बाजार में दस्तक देंगे.' फिलहाल बैंक कीमत खोज प्रक्रिया के तहत पीएनबी मेटलाइफ में 4 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने पर गौर कर रहा है.


मेहता ने कहा कि बैंक को अपनी आवास वित्त कंपनी पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस में हिस्सेदारी बिक्री के लिये खरीदारों से बोलियां मिली है और अभी इस पर बातचीत हो रही है. यह पूछे जाने पर कि बैंक पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस में हिस्सेदारी बिक्री से कितनी राशि प्राप्त करने की उम्मीद कर रहा है, मेहता ने कहा, 'यह पेशकश पर निर्भर करेगा. फिलहाल इस पर बातचीत करना जल्दबाजी होगी.'