नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) ने गुरुवार को कहा कि उसने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) के एनपीए खाते में 3,688.58 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के बारे में आरबीआइ (RBI) को जानकारी दी है. डीएचएफएल उस समय सुर्खियों में आई थी जब एक रिपोर्ट में कहा गया कि उसने कई मुखौटा कंपनियों के जरिये कुल 97,000 करोड़ रुपये के बैंक कर्ज में से कथित रूप से 31,000 करोड़ रुपये की हेराफेरी की.


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उसने कहा कि बैंक पहले ही तय मानदंडों के तहत इसके लिए 1,246.58 करोड़ रुपये का प्रावधान कर चुका है. रिजर्व बैंक ने पिछले साल नवंबर में समस्या में फंसी आवास ऋण देने वाली कंपनी डीएचएफएल को ऋण शोधन कार्यवाही के लिये भेजा था. वह पहली वित्तीय सेवा कंपनी है जो कर्ज समाधान को लेकर एनसीएलटी (राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण) गई. कंपनी में पिछले साल नियमों के कथित उल्लंघन की रिपोर्ट के बाद एसएफआईओ समेत विभिन्न एजेंसियों ने जांच शुरू की.


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क्या है DHFL मामला?
डीएचएफएल देश की पहली फाइनेंशियल कंपनी है जिसे बैंकरप्सी कोर्ट में ले जाया गया. इसका कुल कर्ज 85,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का है. इसके प्रमोटर कपिल वधावन पर आरोप हैं कि वे मनी लांड्रिंग करते थे.


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ग्राहकों का क्या होगा? 
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे बैंक के ग्राहकों को पर कोई असर नहीं होगा. उनका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है. लेकिन, शेयर में गिरावट आ सकती है. ऐसे में निवेशकों को कुछ नुकसान हो सकता है.