Sajda Khatoon Bihar: मुश्किलों को चुनौती देने का जज्बा और जुनून हो, तो इंसान कोई भी मंजिल हासिल कर सकता है. इस बात की सबसे बड़ी मिसाल पेश की है, बिहार के जमुई गांव में रहने वाली सजदा खातून ने. अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर सजदा ने नमकीन का व्यापार शुरु किया. आज वो सालाना 2 करोड़ का Turn over कर रही हैं.


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सजदा खातून जमुई जिले के भरतपुर गांव की निवासी हैं. उनके परिवार में 7 लोग हैं. एक वक्त था जब सजदा का परिवार दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज था. घर में चूल्हा जलाने तक की व्यवस्था नहीं थी.


सजदा और उनके पति दोनों अनपढ़ हैं, लेकिन इनकी सोच दूरगामी है. किसी की सलाह पर सजदा ने नमकीन का कारोबार शुरू करने की योजना बनाई. लेकिन दिक्कत ये थी कि कारोबार शुरू करने के लिए पैसे नहीं थे. सजदा ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर पैसों का इंतजाम किया और नमकीन का कारोबार शुरू कर दिया.


लेकिन Business में घाटा लग गया. इस बीच उनके पति का हादसे में पैर टूट गया. अब सजदा पर ही पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी. लेकिन सजदा हार मानने वालों में नहीं थीं. उन्होंने दोबारा पैसों का इंतजाम किया और नमकीन बनाने वाली मशीन खरीदकर अपना कारोबार बढ़ाना शुरू किया. पहले तो काफी छोटे पैमाने पर ये काम शुरू किया. लेकिन जैसे-जैसे आमदनी बढ़ने लगी सजदा ने अपना कारोबार भी बढ़ाना शुरु कर दिया.


वो घर में ही नमकीन बनाती और उसे घर में ही Pack कर बाजार में बेचने लगीं. शुरु में तो आमदनी ज्यादा नहीं हुई, घाटा भी हुआ. लेकिन सजदा ने हार नहीं मानी, और मेहनत करती रहीं. उनकी मेहनत रंग लाई और कारोबार बढ़ने लगा. आज उनका Turn over सालाना 2 करोड़ के करीब पहुंच गया है. सजदा महीने में 15 लाख का कारोबार करती हैं.


इस काम में अब उनके पति और बच्चे भी हाथ बंटाने लगे हैं. गांव के दूसरे लोगों को भी सजदा ने अपनी नमकीन की फैक्ट्री में रोजगार दिया है. सजदा खातून नमकीन बनाने का काम पिछले 20 साल से कर रही हैं. कड़ी मेहनत से उन्होंने सपनों को एक नई उड़ान दी है. सजदा ने सफलता की जो इबारत लिखी है वो काबिले तारीफ है.