नई दिल्ली : पूर्व विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने जी बिजनेस से खास बातचीत में कहा कि जेट एयरवेज का बंद होना काफी चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि बैंकों और विमानन मंत्रालय को समय रहते जेट के लिए विकल्प खोजना चाहिए था. प्रफुल्ल पटेल का मानना है कि कंपनियों पर एटीएफ का बोझ कम करना ज्यादा जरूरी है. उन्होंने कहा कि जेट एयरवेज देश का बड़ा ब्रांड है. बड़े ब्रांड के बंद होने से ग्राहकों को परेशानी हो रही है और यात्रा का किराया बढ़ गया है. इसके अलावा एयरलाइन के बंद होने से 22 हजार कर्मचारियों का भविष्य अंधेरे में है.


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पूरी इंडस्ट्री के लिए काफी चिंताजनक
प्रफुल्ल पटेल ने कहा जिस तरह सत्यम को बचाया गया था, वैसे ही जेट एयरवेज को भी बचाना चाहिए था. विमानन कंपनियों पर ATF के बढ़ते बोझ को किया जाना ज्यादा जरूरी है. एविएशन सेक्टर को बचाने के लिए टैक्स में ATF सुधार जरूरी है. जेट का बंद होना पूरी इंडस्ट्री के लिए ही काफी चिंताजनक है. इससे पहले अमृतसर से मुंबई की आखिरी उड़ान के साथ जेट एयरवेज अस्थायी तौर पर बंद हो गई.


22 हजार से ज्यादा कर्मचारी बेरोजगार हो गए
जेट के अस्थायी तौर पर बंद होने के बाद करीब 22 हजार से ज्यादा कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं. हजारों बेरोजगार कर्मचारियों ने गुरुवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. इस दौरान जेट के कर्मचारी फूट-फूट कर रोते नजर आए. हर किसी की आंखें नम थी और मैनेजमेंट के ऊपर उनका गुस्सा था. प्लेकार्ड पर मैसेज लिखकर ये कर्मचारी 'Save Jet Airways' की अपील कर रहे हैं.


प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि मैनेजमेंट की गलती की वजह से आज वे बेरोजगार हो गए हैं और कंपनी बंद हो चुकी है. बता दें, गुरुवार को जेट की आखिरी फ्लाइट, बोइंग 737 अमृतसर से मुंबई हवाई अड्डे पर उतरी. कंपनी पर 8000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है. एयरलाइन के बंद हो जाने की वजह से करीब 16,000 कंपनी के पे-रॉल कर्मचारी और 6,000 अनुबंध वाले कर्मचारी अचानक से बेरोजगार हो गए हैं.