PPF Interest Rate: पब्‍ल‍िक प्राव‍िडेंट फंड यानी PPF न‍िवेश का एक बेहतर व‍िकल्‍प है. पीपीएफ इनवेस्‍टमेंट टैक्‍स सेव‍िंग के साथ ही कम र‍िस्‍क और गारंटीड ब्‍याज वाली बचत योजना है. यही कारण है क‍ि पीपीएफ न‍िवेशकों के बीच लगातार पसंद क‍िया जाता है. वित्त मंत्रालय के राष्ट्रीय बचत संस्थान (National Savings Institute) की तरफ से शुरू की गई इस योजना का मकसद न‍िवेशकों को बेहतर र‍िटर्न देना और र‍िटायरमेंट के समय अच्‍छा फंड देना है.


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पीपीएफ के न‍िवेश पर अच्‍छा ब्‍याज


पीपीएफ में न‍िवेश करने पर आपको आकर्षक ब्याज दर म‍िलती है. इससे म‍िलने वाला रिटर्न टैक्‍स फ्री होता है. इसका न‍िवेश Exempt-Exempt-Exempt (EEE) कैटेगरी के अंतर्गत आता है. लेक‍िन क्‍या आपको पता है आप कुछ ट्र‍िक्‍स के जर‍िये पीपीएफ के न‍िवेश पर अच्‍छा ब्‍याज हास‍िल कर सकते हैं. वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पीपीएफ पर ब्याज दर 7.1 प्रत‍िशत की है. इसमें म‍िलने वाला आपके अकाउंट में सालाना आधार पर जमा क‍िया जाता है. आइए जानते हैं पीपीएफ पर ज्‍यादा ब्‍याज पाने के तरीके-


हर महीने की 5 तारीख तक भुगतान करें
पीपीएफ पर ब्याज की गणना हर महीने की 5 तारीख और आखिरी तारीख के बीच की जाती है. इसलिए यह सलाह दी जाती है क‍ि निवेशक को हर महीने की 5 तारीख तक न‍िवेश करना चाह‍िए. यदि आप पैसा जमा करने के ल‍िए एक द‍िन भी लेट होते हैं तो अगले महीने तक राशि को ब्याज गणना के लिए नहीं माना जाएगा.


सालाना 1.5 लाख का निवेश
पीपीएफ के तहत कोई भी व्‍यक्‍त‍ि सालाना अध‍िकतम 1.5 लाख रुपये तक का निवेश कर सकता है. इसलिए ब्याज दर का ज्‍यादा से ज्‍यादा फायदा उठाने के ल‍िए आपकी तरफ से हर साल अधिकतम राशि का निवेश किया जाए तो यह फायदेमंद रहेगा.


5 अप्रैल तक कर दें पूरा न‍िवेश
ब्याज का ज्‍यादा से ज्‍यादा फायदा लेने के ल‍िए क‍िसी भी व्यक्ति को वित्तीय वर्ष के लिए अपनी पूरी निवेश राशि 5 अप्रैल तक, नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के पहले पांच दिनों के अंदर कर देनी चाह‍िए. इस तारीख तक पैसा जमा करने पर अगले 12 महीने के लिए उस पर ब्याज की गणना के लिए विचार किया जाएगा.


ऑनलाइन ट्रांसफर इनेबल करें
पीपीएफ एक लॉन्‍ग टर्म निवेश प्‍लान है. इसलिए इसमें नियमित योगदान करना जरूरी है. यदि कोई नकद योगदान के लिए बैंक या पोस्‍ट ऑफ‍िस जाने में विफल रहता है तो उन्हें पैसा पीपीएफ अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांसफर कर देना चाह‍िए. इससे आप ब‍िना क‍िसी रुकावट के नियमित भुगतान करने में सफल रहेंगे और आपको ज्‍यादा से ज्‍यादा रिटर्न म‍िल सकेगा.


सीम‍ित न‍िकासी
क‍िसी भी निवेशक को यह ध्‍यान रखना चाह‍िए उसे अपने पीपीएफ अकाउंट से बार-बार पैसा नहीं निकालना चाह‍िए. ऐसा करने से न्यूनतम बाकी राश‍ि का स‍िस्‍टम खराब हो जाता है. साथ ही व्यक्ति वांछित ब्याज राशि अर्जित नहीं कर पाता. आप यह सुन‍िश्‍च‍ित करें क‍ि आपात स्थिति को छोड़कर क‍िसी भी रूप में पीपीएफ अकाउंट से पैसा नहीं न‍िकालेंगे.