Ratan Tata Latest Pics: शायद ही कोई होगा, जो रतन टाटा को नहीं पहचाने. टाटा की गाड़ियां हो या टाटा नमक...टाटा प्रोडक्ट्स को घर-घर पहुंचाने वाले रतन टाटा अब बुजुर्ग हो चुके हैं. 86 साल के रतन टाटा सार्वजनिक तौर पर बहुत कम ही दिखते हैं. कभी कभार उनकी कोई तस्वीर सामने आ जाती है. जब असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा सेमीकंडक्टर कंपनी के सिलसिले में उनसे मिलने पहुंचे तो एक बार फिर से उनकी लेटेस्ट फोटो उनके फैंस के सामने आई. अपने आइडल को देखकर लोग गदगद हो गए. सोशल मीडिया पर उनकी ये तस्वीर वायरल हो गई और कमेंट की मानो बाढ़ आ गई हो. लोग अपने 'सुपरहीरो' को देखकर खुश हो गए.  


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असम से खास रिश्ता  


रतन टाटा भले ही उम्रदराज हो गए हो, लेकिन बिजनेस में अभी भी सक्रिय है.कंपनी को कब-कहां और किसमें निवेश करना चाहिए रतन टाटा अच्छे से समझते हैं. काम के साथ-साथ परोपकार को लेकर चलने वाले रतन टाटा ने भारत के पूर्वोत्तर इलाके को पहला कैंसर अस्पताल दिया. टाटा ग्रुप ने असम में पहले कैंसर अस्पताल बनाने के लिए इंवेस्ट किया. अब वो असम में एक और बड़ा निवेश करने जा रहे हैं. असम के साथ उनका एक खास कनेक्शन सा बन गया. 


टाटा का सेमीकंडक्टर प्लांट
 
भारत सरकार ने हाल में सेमीकंडक्टर फैक्ट्री के 3 प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है. इनमें टाटा के 2 प्रोजेक्ट हैं. टाटा समूह का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट गुजरात के साणंद में शुरू किया जा रहा है. वहीं दूसरा प्लांट असम में लग रहा है. असम में टाटा मोटर्स की फैक्ट्री पहले से मौजूद है. अब वहां टाटा सेमीकंडक्टर चिप फैक्ट्री लगा रहा है. इस मसले को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने रतन टाटा से मुलाकात भी की. इस मुलाकात पर रतन टाटा ने लिखा असम में जो निवेश किया था, उसने राज्य को कैंसर के इलाज में पारंगत बना दिया. अब असम सरकार और टाटा ग्रुप के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर में बड़े खिलाड़ी बनेंगे. इससे असम को वैश्वित पहचान मिलेगी. उन्होंने असम की सरकार और मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया.  बता दें कि टाटा का सेमीकंडक्टर प्लांट असम के मोरीगांव में लग रहा है.