IT फेशर्स को रतन टाटा 11 तो नारायणमूर्ति देंगे 9 लाख! आईटी सेक्टर में आ गई बहार?
TCS Freshers Package: टाटा ग्रुप की टीसीएस स्पेशल प्रोग्राम के तहत फ्रेशर्स को 11 लाख रुपये तक का पैकेज ऑफर करती है. इसी तरह का प्रोग्राम इंफोसिस की तरफ से भी शुरू किये जाने की खबर है, इसके तहत फ्रेशर्स को 9 लाख रुपये तक ऑफर किये जाने की उम्मीद है.
Infosys Freshers Package: अगर आप खुद या आपके परिवार में कोई सीएस ग्रेजुएट हैं और फ्रेश्र के तौर पर नौकरी तलाश रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, इस बार इंफोसिस की तरफ से फ्रेंशर्स को 9 लाख और टीसीएस की तरफ से 11 लाख रुपये का एनुअल पैकेज ऑफर किया जाएगा. हिन्दुस्तान टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस ने कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव के तहत नया 'पावर प्रोग्राम' शुरू किया है. इसमें फ्रेशर्स को 9 लाख रुपये तक सालाना तक का पैकेज दिया जाएगा. यह कंपनी के आमतौर पर 3 से 3.5 लाख रुपये की शुरुआती पैकेज से काफी ज्यादा है.
स्पेशलाइज्ड कैंडिडेट को सिलेक्ट करने का प्रोग्राम
'पावर प्रोग्राम' के तहत कंपनी स्पेशलाइज्ड कैंडिडेट को सिलेक्ट कर रही है. इनका स्पेशलाइजेशन कोडिंग, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और प्रोग्रामिंग आदि किसी में भी हो सकता है. इसके तहत इंफोसिस 4 से 6.5 लाख रुपये से लेकर 9 लाख तक का पैकेज ऑफर करती है. यह किसी भी कैंडिडेट के स्पेशलाइजेशन पर निर्भर करता है कि उसका किस खास प्रोग्राम के तहत सिलेक्शन होता है. माना जा रहा है इंफोसिस ने यह कदम टीसीएस (TCS) के 'प्राइम' प्रोग्राम का जवाब देने के लिए उठाया गया है.
तीन तरह के फ्रेशर्स को सिलेक्ट कर रही टीसीएस
टाटा ग्रुप की टीसीएस (TCS) अपने 'प्राइम' प्रोग्राम के तहत सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के लिए फ्रेशर्स को 9 से 11 लाख रुपये का पैकेज ऑफर करती है. टीसीएस (TCS) 'प्राइम' प्रोग्राम के तहत अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), जेनरेटिव AI (GenAI) और मशीन लर्निंग (ML) जैसी नई तकनीक वाली नौकरियां भी शामिल हैं. TCS अब तीन तरह के फ्रेशर्स को सिलेक्ट कर रही है. इसमें पहले 'निंजा' जिनका पैकेज करीब 3.6 लाख रुपये है, दूसरा 'डिजिटल' जिनका पैकेज 7.5 लाख रुपये है और तीसरा 'प्राइम'.
स्पेशलाइज्ड फ्रेशर्स को काम पर रखने पर फोकस
इंफोसिस और टीसीएस (TCS) दोनों ही कंपनियां स्पेशलाइज्ड लोगों को ज्यादा से ज्यादा काम पर रखना चाहते हैं क्योंकि क्लाउड कंप्यूटिंग, AI/ML और साइबर सिक्योरिटी में लोगों की जरूरत पहले से बढ़ गई है. यह सब डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन की वजह से हो रहा है. हालांकि बाजार के बदलते हालात के बीच इंफोसिस का प्लान इस साल 15,000 से 20,000 फ्रेशर्स को जॉब पर रखने का है. टीसीएस (TCS) का प्लान इस बार भी पिछले साल की तरफ 40,000 फ्रेशर्स की भर्तियां करने का है.
पिछले साल 70 हजार लोगों की छुट्टी हुई थी
करीब 250 अरब डॉलर के टेक्नोलॉजी सर्विस सेक्टर में मंदी की आहट है. इस वजह से देश की टॉप 5 आईटी कंपनियों ने पिछले साल 70,000 से ज्यादा लोगों की छुट्टी कर दी थी. लेकिन अब इंफोसिस और टीसीएस (TCS) फिर से लोगों को हायर करने लगी हैं. टीसीएस (TCS) ने पिछले तीन तिमाहियों में पहली बार जून तिमाही में 5,452 नए लोग लिए हैं. इससे पहले पिछले साल कंपनी में 13,249 लोगों की कमी हुई थी.
दूसरी तरफ इंफोसिस के पास इस साल की पहली तिमाही में करीब 2000 कर्मचारी कम हो गए हैं. कंपनी में कुल 315,332 कर्मचारी हैं. इंफोसिस ने फिर से कैंपस और ऑफ-कैंपस दोनों तरह से फ्रेशर्स को हायर करना शुरू कर दिया है. इसी तरह एचसीएल टेक्नोलॉजी और विप्रो (Wipro) जैसी दूसरी बड़ी आईटी कंपनियां भी अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ा रही हैं.