Repo Rate Unchanged: अगर आप होम लोन या कार लोन लेने का प्‍लान कर रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है. इतना ही नहीं यद‍ि आपकी पहले से ही होम लोन की ईएमआई चल रही है तब भी यह खबर आपको जरूर राहत देगी. र‍िजर्व बैंक ऑफ इंड‍िया (RBI) की तरफ से 44वीं मौद्र‍िक नीत‍ि समीक्षा की बैठक (MPC Meeting) में रेपो रेट में क‍िसी तरह का बदलाव नहीं किया गया. अप्रैल, जून और अब अगस्‍त में लगातार यह तीसरा मौका है जब र‍िजर्व बैंक ने रेपो रेट को पुराने स्‍तर पर ही कायम रखा है. जून में आरबीआई ने रेपो रेट को पुराने ही स्‍तर 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा था.


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रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार


आरबीआई गवर्नर शक्‍त‍िकांत दास ने गुरुवार को एमपीसी बैठक (MPC Meeting) में ल‍िये गए फैसले के बारे में जानकारी दी. उन्‍होंने बताया क‍ि लगातार तीसरी बार आम सहमति से रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है. इससे पहले लगातार बढ़ती महंगाई को न‍ियंत्र‍ित करने के ल‍िए आरबीआई ने रेपो रेट में ढाई फीसदी की बढ़ोतरी की थी. रेपो रेट में यह बदलाव मई, 2022 से लेकर मार्च 2023 तक क‍िया गया था. प‍िछले साल रेपो रेट मई 2022 तक 4 प्रत‍िशत पर चल रहा था. लेक‍िन मौजूदा समय में इसकी दर 6.5 प्रतिशत पर है.


ईएमआई पर कोई असर नहीं
आरबीआई की तरफ से लगातार तीसरी बार रेपो रेट में क‍िसी प्रकार का बदलाव नहीं क‍िया गया. यानी रेपो रेट पुराने स्‍तर पर ही कायम है. इसमें बदलाव न होने से आपकी ईएमआई भी पुराने स्‍तर पर ही बनी रहेगी. हालांक‍ि आने वाले समय में बैंकों की तरफ से एफडी की ब्‍याज दर में कटौती की जा सकती है. आपको बता दें रेपो रेट इस समय प‍िछले चार साल के उच्‍चतम स्‍तर पर चल रहा है. र‍िजर्व बैंक ने प‍िछले साल बढ़ती महंगाई को न‍ियंत्र‍ित करने के लि‍ए ब्‍याज दर बढ़ाने का स‍िलस‍िला शुरू क‍िया था. इसके बाद महंगाई दर में ग‍िरावट देखी गई.


क‍िसे म‍िलेगी राहत?
रेपो रेट में क‍िसी तरह का बदलाव नहीं होने का फायदा बैंक से लोन लेने का प्‍लान कर रहे ग्राहकों को म‍िलेगा. अभी बैंकों की तरफ से क‍िसी भी तरह के लोन पर ब्‍याज दर नहीं बढ़ाई जाएगी. यद‍ि आरबीआई की तरफ से रेपो रेट में इजाफा क‍िया जाता है तो इसका असर ग्राहकों को म‍िलने वाले लोन पर पड़ता.


क्‍या होता है रेपो रेट?
जिस रेट पर आरबीआई की तरफ से बैंकों को लोन द‍िया जाता है, उसे रेपो रेट कहा जाता है. रेपो रेट बढ़ने का मतलब है क‍ि बैंकों को आरबीआई से महंगे रेट पर कर्ज मिलेगा. इससे होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन आद‍ि की ब्‍याज दर बढ़ जाएगी, ज‍िससे आपकी ईएमआई पर सीधा असर पड़ेगा.