Repo Rate Hike: ज्यादा ब्याज देने के लिए हो जाइए तैयार, RBI कल बढ़ा सकता है Repo Rate
RBI Repo Rate: पिछले कई महीनों से आरबीआई रेपो रेट बढ़ा रहा है. आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग 3 अगस्त से शुरू है जो 5 अगस्त यानि कल तक चलेगी. कल आरबीआई रेपो रेट को लेकर घोषणा करेगा.
Repo Rate Hike: महंगाई को काबू में करने के लिए आरबीआई पिछले कई महीनों से रेपो रेट को बढ़ा रही है. 5 अगस्त को मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग खत्म हो जाएगी. विशेषज्ञों के मुताबिक आरबीआई एक बार फिर रेपो रेट को बढ़ाने पर विचार कर सकती है, क्योंकि अभी भी रेपो रेट प्री कोविड लेवल पर नहीं आई है. अगर ऐसा होता है तो बैंक भी ब्याज दर में बढ़ोतरी करेगी. ब्याज दर बढ़ने पर आपको ज्यादा ईएमआई देनी होगी. वर्तमान में अर्थशास्त्री यही अंदेशा लगा रहे हैं कि एक बार फिर आरबीआई रेपो रेट में बढ़ोत्तरी करेगा. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी 5 अगस्त को रेपो रेट में 0.25 से 0.50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कर सकती है. रिजर्व बैंक बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के लिए मई और जून में रेपो रेट बढ़ा चुकी है. फिलहाल रेपो रेट 4.90 प्रतिशत है. बैंक रेपो रेट पर आरबीआई से उधार लेते है. ऐसे में जाहिर है कि अगर बैंक महंगे ब्याज पर आरबीआई से पैसा लेगी तो आम उपभोक्ता को अधिक ब्याज दर पर ही लोन दिया जाएगा.
कल होगी घोषणा
आरबीआई की समिति कल रेपो रेट को लेकर घोषणा करेगी. इस मीटिंग पर बैंको के अलावा बाजार की भी नजर बनी हुई है. आम उपभोक्ता को पिछली मीटिंग से निराशा ही हाथ लगी है. अब देखना होगा कि आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास कल क्या घोषणा करते है? मई-जून की बैठक में 0.90 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर आरबीआई ने बाजार को चौंका दिया था. कोरोना के पहले रेपो रेट 5.15 फीसदी थी. अगर आरबीआई 0.25 की बढ़ोत्तरी कर देता है तो फिर से रेपो रेट प्री कोविड लेवल पर पहुंच जाएगी.
रेपो बढ़ी तो कितना बढ़ेगा बैंक ब्याज?
रेपो रेट आरबीआई बढ़ाती है, जिससे एसबीआई (SBI), बैंक ऑफ बड़ोदा (BOB) जैसी सभी सरकारी और प्राइवेट बैंक को अधिक दर पर ब्याज चुकाना पड़ता है. इसके बाद बैंक भी अपने मुताबिक ब्याज दर बढ़ाती है. इसलिए आपके लोन पर कितना ब्याज बढ़ेगा, यह निर्भर करता है कि आपने लोन किस बैंक से ले रखा है.
एफडी पर भी ब्याज ज्यादा मिलेगा
रेपो रेट बढ़ता है तो आपको ज्यादा ब्याज चुकाना होता है. लेकिन रेपो रेट बढ़ने पर बैंक एफडी पर भी ब्याज बढ़ाती है, क्योंकि बैंको को धन की जरूरत होती है जो खाताधारकों से मिलता है. इसलिए जमाकर्ताओं को आकर्षित करने के लिए बैंक अधिक ब्याज देती है.
क्या होती है रेपो रेट?
बैंक को धन की जरूरत होती है तो बैंक आरबीआई (RBI) के पास जाती है और आरबीआई जिस दर से बैंको को लोन देता है, वहीं रेपो रेट (Repo Rate) कहलाता है. यानि फिलहाल रेपो रेट 4.90 फीसदी है तो एसबीआई (SBI) या किसी और बैंक को भी इसी दर पर उधार मिलेगा.
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